वोडाफोन-आइडिया के ”गठबंधन” पर Jio ने कुछ यूं ली चुटकी

नयी दिल्ली : आइडिया सेल्यूलर लिमिटेड और वोडाफोन ने शुक्रवार को 23.2 अरब डॉलर (1.6 लाख करोड़ रुपये) के भारतीय कारोबार के विलय की घोषणा की. इसके साथ देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी अस्तित्व में आयी है, जो रिलायंस जियो से मिल रही प्रतिस्पर्धा को टक्कर दे सकेंगी. दोनों कंपनियों ने इसकी जानकारी अपने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2018 1:36 PM

नयी दिल्ली : आइडिया सेल्यूलर लिमिटेड और वोडाफोन ने शुक्रवार को 23.2 अरब डॉलर (1.6 लाख करोड़ रुपये) के भारतीय कारोबार के विलय की घोषणा की. इसके साथ देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी अस्तित्व में आयी है, जो रिलायंस जियो से मिल रही प्रतिस्पर्धा को टक्कर दे सकेंगी. दोनों कंपनियों ने इसकी जानकारी अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर दी. आइडिया और वोडाफोन दोनों ने अपने ट्विटर हैंडल से मजेदार ट्वीट किये, जिस पर जियो ने दोनों की चुटकी ले ली.

https://twitter.com/Idea/status/1035490105023180800?ref_src=twsrc%5Etfw

दोनों कंपनियों के विलय को लेकर सबसे पहला ट्वीट आइडिया की ओर से सोशल मीडिया पर आया. आइडिया ने ट्वीट किया कि, हे वोडाफोन! जानते हो सब हमारे बारे में ही बात कर रहे हैं. ट्वीट का इशारा अप्रत्यक्ष रूप से बाकी कंपनियों पर ही था. इसके बाद वोडाफोन ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से आइडिया के ट्वीट को कोट करते हुए लिखा- हां आइडिया, ये समय है कि अब इसे आधिकारिक कर दिया जाए. दोनों ट्वीट में कंपनियों इसे एक रिश्ते की तरह दर्शाया जिसे अब सार्वजनिक कर दिया गया है. इन ट्वीट्स के बाद सबसे मजेदार ट्वीट रिलायंस जियो की ओर से सोशल मीडिया पर आया. जियो ने वोडाफोन के ट्वीट को कोट करते हुए लिखा कि, हम 2016 से लोगों को साथ लाने का काम कर रहे हैं.

https://twitter.com/VodafoneIN/status/1035756824912449536?ref_src=twsrc%5Etfw

वोडाफोन आइडिया लिमिटेड
दोनों कंपनियों ने कहा कि विलय के बाद बननेवाली नयी यूनिट वोडाफोन आइडिया लिमिटेड कहलाएगी. उसके ग्राहकों की संख्या 40.8 करोड़ और बाजार हिस्सेदारी 35 प्रतिशत से अधिक होगी. नयी इकाई अपने वृहत आकार के साथ भारती एयरटेल को पीछे छोड़ देगी जो फिलहाल देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है. इसमें 12 निदेशक (छह स्वतंत्र निदेशक शामिल) और कुमार मंगलम बिड़ला उसके चेयरमैन होंगे. निदेशक मंडल (बोर्ड) ने बालेश शर्मा को सीइओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) नियुक्त किया है. कंपनी के पास आय के हिसाब से 32.2 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी होगी. नौ टेलीकॉम सर्किल में पहले पायदान पर होगी. दोनों ब्रांड वोडाफोन और आइडिया ब्रांड बने रहेंगे. दिग्गज कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड अपने वृहत आकार के साथ भारती एयरटेल को पीछे छोड़ देगी, जो देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है. जियो के बाजार में आने के साथ टेली कंपनियों के बीच मुकाबला तेज हुआ है. कंपनी का ब्राडबैंड नेटवर्क 3.4 लाख साइट जबकि वितरण नेटवर्क 17 लाख होगा. टेलीकॉम विभाग ने विलय का स्वागत किया है.

ग्राहकों को बातचीत के लिए मिलेगी बेहतर सर्विस
दोनों कंपनियों के विलय से ग्राहकों को बातचीत और ब्राडबैंड मामले में पहले से बेहतर सेवा मिल पायेगी. कुल मिलाकर यह देश की 92 प्रतिशत आबादी को ‘कवर’ करेगी. इसकी पहुंच 5,00,000 कस्बों और गांवों में होगी.

रिलायंस जियो, एयरटेल ने 4जी सर्विस से कारोबार बढ़ाया
जियो ने 25 अरब डॉलर के निवेश से 4जी सेवा शुरू की. मुफ्त में बातचीत की सुविधा दी. दो साल में 23 करोड़ ग्राहक बना लिये. भारती एयरटेल ने टेलीनोर का अधिग्रहण किया था. बाद में टाटा टेलीसर्विसेज लि (टीटीएसएल) और टाटा टेलीसर्विसेज का अधिग्रहण किया.

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