अब आप जल्द ही हवाई सफर में माबाइल इंटरनेट का इस्तेमाल कर पायेंगे. समय के इस तकाजे को समझते हुए सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है. इन फ्लाइट कनेक्टिविटी नाम की इस सर्विस को डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम अक्तूबर से शुरू करनेवाला है.
इस सर्विस के शुरू होने से एयरलाइंस के साथ आपकी जेब पर भी असर पड़ेगा. एविएशन सेक्टर के विशेषज्ञों के मुताबिक, इन फ्लाइट कनेक्टिविटी फीचर से विमान को लैस कराने के लिए एयरलाइंस कंपनी को प्रति विमान पर लगभग 7.25 करोड़ रुपये का खर्च आयेगा. बताते चलें कि यह खर्चहवाई जहाज के आकार और प्रकार पर भी निर्भर करेगा.
जाहिर सी बात है कि इस सेवाका लाभ उठाने के लिए यात्रियों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.ऐसा माना जा रहा है कि नेट कनेक्शन के लिए एयरलाइनऑपरेटर्स प्रति घंटा 1000 रुपयेतक चार्ज कर सकते हैं. वैसे बताते चलें कि यह सुविधा वैकल्पिक होगी और यात्री अगर चाहें तो इसे लेने से इनकार भी कर सकते हैं.
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एविएशन इंडस्ट्री के जानकारों की मानें, तो फिलहाल यह सर्विस महंगी होगी लेकिन आगे चलकर यहमुफ्त भी हो सकती है. मुमकिन है कि फ्री सर्विस शुरुआत में गोल्ड क्लास, बिजनेस क्लास, लॉयल्टी कार्ड होल्डर या कॉर्पोरेट बुकिंग वालों को ही मिलेगी.
यहां यह जानना गौरतलब है कि एमिरेट्स,जेटब्लू,नॉर्वेजियन औरतुर्किश एयरलाइन्स पहले से इन फ्लाइटकनेक्टिविटी की सर्विस फ्री में दे रही हैं. बात करें भारतीय एयरलाइंस इंडस्ट्री की, तो यहां की कंपनियों के लिए इस सर्विस का खर्च उठाना आसान नहीं होगा.
एयर इंडिया, जेट एयरवेज के हालात पहले से ही खराब हैं. वहीं, निजी एयरलाइन कंपनियाेंका ध्यान बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच खुद को बचाये रखने के लिए सस्ती सर्विस मुहैया कराने पर है, ऐसे में इन फ्लाइट कनेक्टिविटी सर्विस हम तक पहुंचने के रास्ते में थोड़ी मुश्किल होगी.
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