नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र के तीन बैंकों-बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय से बनाने वाला नया बैंक अगले वित्त वर्ष की शुरुआत में काम करने लगेगा. सूत्रों ने कहा कि तीनों बैंक विलय प्रक्रिया तय सीमा में निपटायेंगे और वित्त वर्ष 2018-19 के अंत तक सभी जरूरी नियामकीय प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है.
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उन्होंने कहा कि एक अप्रैल, 2019 से नया बैंक चालू हो जाना चाहिए. उनके अनुसार, बैंकों के निदेशक मंडलों की इसी महीने बैठकें होंगी, जिसमें एकीकरण की योजना बनायी जायेगी और शेयर अदला-बदली अनुपात और प्रवर्तकों की तरफ से पूंजी की आवश्यकता समेत विभिन्न ब्योरे तय किये जायेंगे. पिछले साल सरकार ने देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक में उसके पांच सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक का विलय किया था.
अपने पांच सहयोगी बैंकों के विलय के बाद स्टेट बैंक दुनिया के शीर्ष 50 बैंकों में शामिल हो गया. वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता वाली वैकल्पिक व्यवस्था ने सोमवार को तीन बैंकों को मिलाने निर्णय लिया. इस फैसले से एक बड़ा बैंक अस्तित्व में आयेगा, जो कि मजबूत होगा और मजबूत होगा.
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