नयी दिल्ली : सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की आरसीएफ द्वारा ओड़िशा के तलचर में उर्वरक संयंत्र परियोजना में 1,033.54 करोड़ रुपये की इक्विटी पूंजी डालने को बुधवार को मंजूरी दे दी. तलचर फर्टिलाइजर लिमिटेड 11,500 करोड़ रुपये की लागत से इस संयंत्र को पटरी पर लायेगा. तलचर फर्टिलाइजर लिमिटेड एक संयुक्त उद्यम कंपनी है, जिसमें गेल, कोल इंडिया, आरसीएफ और फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन औफ इंडिया लिमिटेड (एफसीआईएल) की हिस्सेदारी है. सरकार के इस कदम से यूरिया का घरेलू उत्पादन बढ़ेगा और आयात पर निर्भरता कम होगी.
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एक आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने उर्वरक विभाग के 1035.54 करोड़ रुपये के इक्विटी निवेश प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. तलचर फर्टिलाइजर लिमिटेड की इस परियोजना में कोल गैसिफिकेशन आधारित उर्वरक संयंत्र लगाया जायेगा. यह निवेश राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड द्वारा किया जायेगा.
तलचर परियोजना के पटरी पर आने से उर्वरक क्षेत्र में निवेश को गति मिलेगी. इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और राज्य तथा पूर्वी क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. टीएफएल का गठन नवंबर, 2015 में हुआ. इसमें गेल, आरसीएफ और कोल इंडिया प्रत्येक की 29.67 फीसदी हिस्सेदारी है. इसके अलावा, 10.99 फीसदी हिस्सेदारी एफसीआईएल की है. संयुक्त उद्यम की स्थापना तलचर में कोल गैसिफिकेशन आधारित उर्वरक परियोजना लगाने के लिए की गयी. यह ओड़िशा के अंगुल जिले में पड़ता है.
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