मुंबई : ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू होने से पहले अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम बढ़ने से सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 43 पैसे की भारी गिरावट के साथ 72.63 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ. इससे पहले दो दिन रुपये में मजबूती आयी थी. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में सोमवार को कारोबार की शुरुआत में रुपये में सुधार का रुख पलटता दिखा और यह 72.47 रुपये पर कमजोर खुला, जो पिछले हफ्ते के अंत में 72.20 रुपये पर बंद हुआ था. दोपहर के कारोबार में यह 72.73 रुपये तक लुढ़क गया और अंत में पिछले बंद भाव के मुकाबले 43 पैसे यानी 0.60 फीसदी की गिरावट के साथ 72.63 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
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अमेरिका के साथ व्यापार शुल्क मुद्दे पर चीन के बातचीत से पीछे हटने के समाचारों का बाजार पर जोरदार असर देखने को मिला. इससे एक बार फिर व्यापार युद्ध तेज भड़कने की आशंका बढ़ गयी. बाजार सूत्रों ने कहा कि कच्चे तेल के बढ़ते दाम के मद्देनजर मुख्यत: तेल आयातक कंपनियों की महीने के अंत में डॉलर मांग तथा पूंजी निकासी से घरेलू मुद्रा प्रभावित हुई.
इस बीच, रिजर्व बैंक आंकड़ों के अनुसार, विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में वृद्धि के कारण 14 सितंबर को समाप्त हुए हफ्ते में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 1.207 अरब अमेरिकी डॉलर बढ़कर 400.489 अरब डॉलर हो गया. पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 81.95 करोड़ डॉलर घटकर 399.282 अरब डॉलर रह गया था. विदेशी निधियों और विदेशी निवेशकों ने सितंबर में अभी तक पूंजी बाजार से 15,365 करोड़ रुपये (2.1 अरब डॉलर) की भारी पूंजी निकासी की है.
इस बीच फाइनांशियल बेंचमार्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एफबीआईएल) ने सोमवार के कारोबार की संदर्भ दर अमेरिकी मुद्रा के लिए 72.6927 रुपये प्रति डॉलर और यूरो के लिए 85.2535 रुपये प्रति यूरो निर्धारित की थी. अंतरमुद्रा कारोबार में पौंड, यूरो और जापानी येन के मुकाबले भी रुपये में गिरावट दर्ज हुई.
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