SBI ने कहा-IL&FS की ओर से अतिरिक्त कोष का नहीं मिला प्रस्ताव
मुंबई : देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने बुधवार को कहा कि उसे अभी तक संकट में फंसी इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनांशियल सर्विसेज (आईएलएंडएफएस) समूह से अतिरिक्त कोष के लिए कोई प्रस्ताव नहीं मिला है. एसबीआई के पास आईएलएंडएफएस समूह में 6.42 फीसदी हिस्सेदारी है. फिलहाल, समूह गंभीर नकदी संकट का सामना कर रहा […]
मुंबई : देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने बुधवार को कहा कि उसे अभी तक संकट में फंसी इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनांशियल सर्विसेज (आईएलएंडएफएस) समूह से अतिरिक्त कोष के लिए कोई प्रस्ताव नहीं मिला है. एसबीआई के पास आईएलएंडएफएस समूह में 6.42 फीसदी हिस्सेदारी है. फिलहाल, समूह गंभीर नकदी संकट का सामना कर रहा है और 27 अगस्त से वह कई कर्ज के भुगतान में चूक कर चुका है. समूह पर 91,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है.
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एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि अभी तक इस बारे में कोई पुख्ता प्रस्ताव नहीं मिला है. जब मुझे ऐसा प्रस्ताव मिलेगा, तब हम इस पर विचार करेंगे. एलआईसी की आईएलएंडएफएस समूह में सबसे अधिक 25 फीसदी की हिस्सेदारी है. एलआईसी ने मंगलवार को कहा था कि वह समूह को बैठने नहीं देगी.
कुमार ने अपोलो हॉस्पिटल्स के साथ को ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड पेश करने के बाद कहा कि एसबीआई वित्तीय बाजारों में अपनी ओर से स्थिरता लाने के सभी प्रयास करेगा. कुमार ने कहा कि एबसीआई निदेशक मंडल उद्योग के व्यापक हित में फैसला लेते है. साथ ही, अपने शेयरधारकों के हितों का भी संरक्षण करता है. आईएलएंडएफएस को तत्काल 3,000 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश की जरूरत है. समूह 4,500 करोड़ रुपये का राइट इश्यू लाने की योजना बना रहा है. हालांकि, एचडीएफसी सहित कई मौजूदा निवेशक इस निर्गम में भाग लेने के इच्छुक नहीं हैं.
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