देश के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने दो साल पहले जियो 4जी सेवा लॉन्च कर और नये-नये किफायती प्लान पेश कर देश की बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन गयी है.
अब कंपनी भारत में 5जी सर्विस लांच करनेकी तैयारियों में जुटी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, RIL 5जी स्पेक्ट्रम मिलने के छह महीने के अंदर भारत में 5जी सर्विस लॉन्च कर देगी. इस तरह उम्मीद की जानी चाहिए कि साल 2020 तक 5जी सेवा ग्राहकों तक पहुंच सकती है.
अंगरेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स ने जियो के एक अधिकारीकेहवाले से लिखा है, जियो के पास 5G रेडी LTE नेटवर्क है और हम स्पेक्ट्रम मिलने के पांच से छह महीने के अंदर यह टेक्नोलॉजी आधारित सर्विस लॉन्च करने में सक्षम हैं. कंपनी आक्रामक तरीके से ऑप्टिक फाइबर लगा रही है, जो 5जी नेटवर्क कीरीढ़की हड्डी के तौर पर काम करेगा.
यहां यह जानना गौरतलब है कि 2019 केअंत तक 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी होगी. हाल ही में सरकार ने भारत में 5जी ट्रायल के लिए एरिक्सन, सिस्को, सैमसंग और नोकिया के साथ पार्टनरशिप करने की बात कही है, जबकि चीनी कंपनियां हुवावे और जेडटीई को इस प्रक्रिया से बाहर रखा गया है.
टेलीकॉम मिनिस्ट्रीके अधिकारियों के अनुसार, सरकार 5जी से जुड़ी गतिविधियों के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट निकालने पर काम कर रही है. यह कार्य मुख्य रूप से रिसर्च और प्रोडक्ट डेवलपमेंट का होगा.
5जी टेक्नोलॉजी के तहत सरकार का शहरी क्षेत्रों में 10,000 मेगाबाइट प्रति सेकेंड और ग्रामीण क्षेत्रों में 1000 मेगाबाइट प्रति सेकेंड की स्पीड उपलब्ध कराने का लक्ष्य है.
दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा का कहना है- हमने उच्च स्तरीय 5जी कमेटी गठित की है, जो 5जी के बारे में दृष्टिकोण, मिशन और लक्ष्यों को लेकर काम करेगी. दुनिया में 2020 में जब 5जी टेक्नोलॉजी लागू होगी. हमें भरोसा है कि भारत उनके साथ खड़ा रहेगा.
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