नयी दिल्ली : पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के जानबूझ कर ऋण नहीं चुकाने वालों पर बकाया अगस्त के अंत तक मामूली तौर पर घटकर 15,075.07 करोड़ रुपये रह गया. एक महीना पहले जुलाई में यह आंकड़ा 15,175 करोड़ रुपये था. बैंक के आंकड़ों के अनुसार, जानबूझ कर कर्ज नहीं चुकाने वालों की सूची में बैंक से 25 लाख रुपये या उससे अधिक का कर्ज लेने वाले बकायेदार शामिल हैं. इसमें सबसे अधिक बकाया कुडोस केमि लिमिटेड और किंगफिशर एयरलाइंस का है. इन पर बैंक का क्रमश: 1,301.82 करोड़ रुपये और 597.44 करोड़ रुपये का बकाया है.
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इसके अलावा, जस इंफ्रास्ट्रक्चर पर 410.96 करोड़ रुपये, वीएमसी सिस्टम्स पर 296.08 करोड़ रुपये, एमबीएस ज्वैलर्स पर 266.17 करोड़ रुपये, तुलसी एक्सट्रुजन पर 175.40 करोड़ रुपये, आईसीएसए लिमिटेड पर 134.76 करोड़ रुपये, अरविंद रेमेडीज पर 158.16 करोड़ रुपये, भवानी इंडस्ट्रीज पर 106.66 करोड़ रुपये, इंदु प्रोजेक्ट्स लिमिटेड पर 102.83 करोड़ रुपये, बीबीएफ इंडस्ट्रीज पर 100.99 करोड़ रुपये और रुपाना पेपर्स पर 100.49 करोड़ रुपये बकाया है. यह सभी वे कंपनियां हैं, जिन्होंने बैंक समूह से ऋण लिया है.
वहीं, अकेले पीएनबी से ऋण लेने वालों में विंसम डायमंड्स एंड ज्वैलरी पर 899.70 करोड़ रुपये, जूम डेवलपर्स पर 410.18 करोड़ रुपये, एस कुमार नेशनवाइड पर 146.82 करोड़ रुपये, राना लौह उद्योग पर 129.34 करोड़ रुपये, रीड एंड टेलर पर 94.40 करोड़ रुपये, महुआ मीडिया 104.86 करोड़ रुपये, वालिया ट्रेडर्स पर 92.36 करोड़ रुपये, एमवीएल टेलिकॉम पर 68 करोड़ रुपये, सूर्या विनायक इंडस्ट्रीज पर 133.96 करोड़ रुपये और विशाल एक्सपोर्ट ओवरसीज पर 98.36 करोड़ रुपये बकाया है.
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