सेंसेक्स ने लगायी रुपये से बाजी, कौन कितना गिरता है नीचे?

मुंबई : बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के प्रमुख संवेदी सूचकांक और भारतीय मुद्रा में गिरावट को लेकर आपस में बाजी लग गयी लगती है. हफ्ते के आखिरी दिन डॉलर के मुकाबले रुपया करीब 55 पैसे की गिरावट के साथ सर्वकालिक निचले स्तर 74.23 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया. वहीं, घरेलू शेयर में बाजार में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 5, 2018 6:46 PM

मुंबई : बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के प्रमुख संवेदी सूचकांक और भारतीय मुद्रा में गिरावट को लेकर आपस में बाजी लग गयी लगती है. हफ्ते के आखिरी दिन डॉलर के मुकाबले रुपया करीब 55 पैसे की गिरावट के साथ सर्वकालिक निचले स्तर 74.23 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया. वहीं, घरेलू शेयर में बाजार में सेंसेक्स गुरुवार के मुकाबले करीब 792 अंक का गोता लगाकर छह महीने का न्यूनतम स्तर 34,376.99 अंक पर बंद हुआ. हालांकि, बाजार में तेज गिरावट के पीछे डॉलर के मुकाबले रुपये के 74 के स्तर को पार करने तथा रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा में बाजार की दृष्टि से अप्रत्याशित रुख अपनाये जाने के साथ वैश्विक बाजारों में गिरावट के संकेतों को भी अहम कारण माना जा रहा है.

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रिजर्व बैंक ने अपनी नीतिगत ब्याज दर स्थिर रखी है, लेकिन अपने नीतिगत रुख को ‘तटस्थ’ की जगह ‘नपे-तुले तरीके से कड़ा करने’ की घोषणा की है. केंद्रीय बैंक ने प्रमुख नीतिगत दर 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा. कारोबारियों के अनुसार, वैश्विक बाजार में बिकवाली का असर घरेलू बाजार पर भी दिखा. अमेरिकी बांड बाजार में रिटर्न कई साल के उच्च स्तर पर पहुंचने तथा मजबूत आर्थिक आंकड़ों के बीच फेडरल रिजर्व की टिप्पणी से महंगाई दर बढ़ने की आशंका बढ़ी है.

आरबीआई की मौद्रिक नीति के तुरंत बाद अमेरिकी डॉलर के मुकाबले घरेलू रुपया कारोबार के दौरान 74.23 पर पहुंच गया. वहीं, 30 शेयरों वाला सूचकांक पूरे सत्र के दौरान नकारात्मक दायरे में रहा. आरबीआई के प्रमुख नीतिगत दर को यथावत रखने लेकिन अपने रुख को आने वाले समय में सधे हुए ढंग से कड़ा किये जाने के निर्णय से बिकवाली गतिविधियां तेज हुईं.

सेंसेक्स एक समय 34,202.22 तक चला गया, लेकिन अंत में 792.17 अंक या 2.25 फीसदी की गिरावट के साथ 34,376.99 अंक पर बंद हुआ. यह 23 अप्रैल के बाद सेंसेक्स का निचला स्तर है. उस दिन यह 34,450.77 अंक पर बंद हुआ था. रुपये में गिरावट तथा कच्चे तेल के दाम में उछाल के बीच तीन दिन में सेंसेक्स 2149.15 अंक टूट चुका है.

इसके अलावा, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 282.80 अंक या 2.67 फीसदी की गिरावट के साथ 10,316.45 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 10,261.90 के न्यूनतम स्तक तक चला गया था. मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने 5:1 के बहुमत से यथास्थिति बनाये रखने का समर्थन किया. समिति के एकमात्र सदस्य चेतन घाटे ने रेपो दर 0.25 फीसदी बढ़ाने का समर्थन किया. बाजार यह उम्मीद कर रहा था कि छह सदस्यीय एमपीसी मौद्रिक नीति समीक्षा में कम-से-कम 0.25 फीसदी की वृद्धि करेगी.

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