ढाका : बांग्लादेश के अधिकारी कोलकाता और हल्दिया बंदरगाहों की माल ढुलाई सुविधाओं का इस्तेमाल करने की भारत की पेशकश पर सतर्कता के साथ विचार करेंगे. यह बात यहां सोमवार को मीडिया रिपोर्ट्स में कही गयी है. माना जा रहा है कि इस तरह की सुविधाओं के इस्तेमाल से तटीय पोत परिवहन पर खर्च कम होगा. भारत ने बांग्लादेश को यह प्रस्ताव कई महीने पहले दिया था. बांग्लादेश ने इसे अभी तक मंजूरी नहीं दी है.
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ढाका के अखबार ‘फाइनेंशियल एक्सप्रेस’ अखबार की एक रिपोर्ट अनुसार, बांग्लादेश के जहाजरानी मंत्रालय ने इस प्रस्ताव पर सतर्कता से विचार करने का फैसला किया है. कारण यह बताया जा रहा है कि खुद बांग्लादेश चटगांव और मोंगला बंदरगाहों को अपडेट कर रहा है. जहाजरानी सचिव अब्दुस समाद ने कहा कि बांग्लादेश सरकारी और गैर-सरकारी अंशधारकों के साथ गहन विचार-विमर्श के बाद इस प्रस्ताव पर फैसला करेगा.
उन्होंने कहा कि यदि अंशधारक सिफारिश करते हैं, तो हम इस प्रस्ताव पर विचार करेंगे. अन्य अधिकारियों ने कहा कि वे इस बारे में फैसले की समीक्षा करते समय चटगांव और मोंगला बंदरगाहों के हितों का ध्यान रखेंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर 24-25 अक्टूबर को होने वाली जहाजरानी सचिव स्तर की वार्ता में विचार किया जा सकता है.
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