कोलकाता : इंजीनियरिंग सामानों का निर्यात करने वाली इकाइयों के मंच ईईपीसी इंडिया ने कहा कि वह अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध (ट्रेड वार) से उत्पन्न नयी वैश्विक व्यापार परिस्थितियों में उभर रहे नये अवसरों की पहचान के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करना चाहती है. भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी इंडिया) के चेयरमैन रवि सहगल ने कहा कि अभी अवसर और चुनौतियां दोनों हैं. हम अमेरिका और चीन के साथ भागीदारी बढ़ा सकते हैं, ताकि दोनों शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं के बीच जारी ट्रेड वार से उत्पन्न रिक्तियों को भरा जा सके.
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कंपनी ने मंगलवार को कहा कि भारत दो शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं के बीच बढ़े व्यापारिक तनाव की अच्छी प्रतिक्रिया दे रहा है. ऐसा रुख अपना रहा है, जो घरेलू निर्यात को सर्वाधिक फायदा देगा. सहगल ने कहा कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से रुपये पर दबाव बढ़ा है और देश के कुल चालू खाता घाटा के लिए व्यापार घाटा को कम करना बेहद मायने रखता है.
उन्होंने कहा कि इस खाई को पाटने की दिशा में निर्यात को बढ़ाना और तय रणनीति के तहत आगे बढ़ना सबसे बेहतर तरीका है. वाणिज्य मंत्रालय ने इस रणनीति पर पहले ही काम शुरू कर दिया है, हम भी इंजीनियरिंग क्षेत्र से मंत्रालय को पूरा समर्थन देते हैं.
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