नयी दिल्ली : भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल ने गुरुवार को कहा कि दूरसंचार क्षेत्र पर सिगरेट उद्योग की तरह बहुत अधिक टैक्स का भार है. इस मुद्दे को सुलझाये जाने की जरूरत है. इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी), 2018 के उद्घाटन सत्र में उन्होंने कहा कि पूर्व की दूरसंचार नीति की तरह राष्ट्रीय डिजिटल संचार नीति (एनडीसीपी) में स्पष्ट तौर पर यह माना गया है कि सरकार का राजस्व बढ़ाना ही इसका लक्ष्य नहीं है.
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मित्तल ने कहा कि पिछली नीति का भी और एनडीसीपी में भी शामिल व्यापक उद्येश्य में यह बात निहित है कि सरकार का राजस्व बढ़ाना ही कोई लक्ष्य नहीं है. ऐसे में सेवा प्रदाताओं और दूरसंचार विभाग राजस्व में बढ़ोतरी को लेकर मुकदमाबाजी क्यों कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सिगरेट उद्योग की तरह इस (दूरसंचार) उद्योग पर भी बहुत अधिक कर रखा गया है. उन्होंने इस मुद्दे को सुलझाए जाने की जरूरत पर बल दिया.
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