नयी दिल्ली : कोल इंडिया का कोयला उत्पादन चालू वित्त वर्ष के पहले सात माह में 30.62 करोड़ टन हो गया. पिछले वित्त वर्ष की तुलना में इसमें 10 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी है. कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर अवधि में कोल इंडिया का उत्पादन 27.80 करोड़ टन था. कोल इंडिया ने बयान में कहा कि कंपनी चालू वित्त वर्ष की शुरुआत से ही उत्पादन वृद्धि को दहाई अंक में रखने में कामयाब रही.
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कोल इंडिया ने बिजली क्षेत्र को पिछले वित्त वर्ष के अप्रैल-अक्टूबर के मुकाबले इस वर्ष समान अवधि में 2.22 करोड़ टन अधिक कोयले की आपूर्ति की. इस दौरान बिजली क्षेत्र के लिए भेजे जाने वाले कोयले के लदान (रैक लोडिंग) में 8.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी. बयान के मुताबिक, अप्रैल-अक्टूबर 2018 में बिजली संयंत्रों को औसतन 202.8 रैक प्रति दिन भेजा गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 187.5 रैक प्रति दिन था. इसमें प्रति दिन 15.3 रैक की वृद्धि दर्ज की गयी.
समीक्षाधीन अवधि में कोयला का उठाव 7.4 फीसदी बढ़कर 34.10 करोड़ टन हो गया. पिछले वित्त वर्ष के अप्रैल-अक्टूबर में यह 31.72 करोड़ टन था. कंपनी ने बयान में कहा कि हमारा उत्पादन और उठाव अब 17.5 लाख टन प्रतिदिन हो गया है. बिजली संयंत्रों में कोयले का भंडार और बढ़ाने के लिए नवंबर में इसे और बढ़ाया जायेगा.
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