सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक डेटा लीक को लेकर लंबे समय से विवादों में घिरी हुई है. एक नयी रिपोर्ट के मुताबिक,लगभग 81000 यूजर्स के निजी मैसेज में सेंध लगने की खबर है. हैकर्स ने इन अकाउंट्स का इस्तेमाल विज्ञापन के लिए किया है, यही नहीं वो इन अकाउंट्स के निजी डाटा को बेच भी रहे हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, हैकर्स इन्हें प्रति अकाउंट 10 सेंट यानी 6 रुपये 50 पैसे में बेच रहे थे और जिस वेबसाइट पर बिक्री के लिए डाटा को पब्लिश किया गया था, वह सेंट पीटर्सबर्ग में बताया जा रही है.
यहांजानना गौरतलब है कि फेसबुक ने डाटा लीक की इस रिपोर्ट का खंडन किया है. हालांकि, फेसबुक ने ये जरूर माना है कि निजी डाटा वायरस वाले एक्सटेंशन के जरिये हैकर्स तक पहुंचा है.
फेसबुक के एक अधिकारी गाइ रोजेन नेमीडिया को बताया, हम इस मामले पर ब्राउजर मेकर्स से बात कर रहे हैं. उन्हें ये सुनिश्चित करने को कहा गया है कि जिन एक्सटेंशन से यूजर्स का डेटा चुराया गया, वो अब उनके प्लेटफॉर्म से हटाये जायें.
हम इस मामले पर कानूनी एजेंसियां और लोकल अथॉरिटी से भी बात कर रहे हैं ताकि जिस वेबसाइट पर यूजर्स का डेटा बेचा जा रहा है, उसे ब्लॉक किया जा सके.
बता दें कि इस साल सितंबर में उस वक्त सामने आया, जब FB Saler नाम के एक यूजर ने इंटरनेट फोरम पर जानकारी दी कि वे लगभग 120 मिलियन अकाउंट्स को बेच रहे हैं.हालांकि जांच-पड़ताल के बाद पता चला कि 81 हजार अकाउंट्स को उनके प्राइवेट मेसेजेस के साथ बेचा जा रहा था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेचे गये मेसेजेस में न सिर्फ कंटेंंट था बल्कि तस्वीरें भी थी. जिन यूजर्स के डाटा को बेचा गया है उनमें से ज्यादातर यूजर्स यूक्रेन और रूस के अलावा यूके,अमेरिका और ब्राजील के भी हैं.
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