Crude Oil के उत्पादन में कटौती पर आेपेक सदस्य देशों के सहमत होने पर असमंजस में सऊदी अरब, आज भी जारी रहेगी बैठक

वियना : कच्चे तेल (क्रूड आॅयल) के उत्पादन में कटौती किये जाने को लेकर पेट्रोलियम निर्यात करने वाले देशों का संगठन (आेपेक) के सदस्य देशों को अंतिम फैसला करना है, लेकिन इसके पहले से ही सऊदी अरब इस बात को लेकर असमंजस में फंसा है कि आेपेके के सदस्य देश कच्चे तेल के उत्पादन में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2018 11:14 AM

वियना : कच्चे तेल (क्रूड आॅयल) के उत्पादन में कटौती किये जाने को लेकर पेट्रोलियम निर्यात करने वाले देशों का संगठन (आेपेक) के सदस्य देशों को अंतिम फैसला करना है, लेकिन इसके पहले से ही सऊदी अरब इस बात को लेकर असमंजस में फंसा है कि आेपेके के सदस्य देश कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती करने पर आपस में सहमत होंगे अथवा नहीं?

सऊदी अरब के तेल मंत्री खालिद अल-फलीह ने वियना में ओपेक की बैठक से बाहर निकलते हुए संवाददाताओं से कहा कि नहीं, मैं इसको लेकर आश्वस्त नहीं हूं. उन्होंने कहा कि हम लोग किसी भी तरह की संभावित कटौती के वितरण पर अब भी चर्चा कर रहे हैं. वहीं, इराक के मंत्री थामीर अब्बास-अल-घादबन ने कहा कि शुक्रवार को भी यह चर्चा जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि हम तेल उत्पादन कम करने को लेकर पर होने वाले समझौते की उम्मीद में हैं.

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मीडिया में इस बात को लेकर भी चर्चा है कि सही मायने में सऊदी अरब के तेल मंत्री खालिद-अल-फालिह से अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के विचारों को लेकर सवाल किया गया था. मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पत्रकारों को जवाब देते हुए अल-फालिह ने कहना शुरू किया कि राष्ट्रपति ट्रंप के विचारों को गंभीरता से लिया गया है. मंत्री से केवल राष्ट्रपति ट्रंप पर सवाल पूछा था, लेकिन अल-फालिह ने फौरन आगे जोड़ दिया कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों पर भी गौर किया जायेगा. सऊदी ऊर्जा मंत्री ने पिछले हफ्ते ब्यूनस आयर्स में जी-20 की बैठक से इतर भारत और सऊदी अरब के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक का भी जिक्र किया.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने विचारों को पूरी मजबूती से रखते हैं और उन्हें भारतीय उपभोक्ताओं की चिंता है. सऊदी अरब के तेल मंत्री ने पीएम मोदी के साथ पहले की तीन बैठकों को भी याद किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भारतीय उपभोक्ताओं को लेकर काफी मुखर रहे हैं. खालिद-अल-फालिह ने यह भी कहा कि उपभोक्ता विचार-विमर्श का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, भले ही वह खुद कमरे में मौजूद न रहें.

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