अमेरिकी प्रत्यर्पण का सामना कर रही Huawei की सीएफओ अदालत में पेश
वैंकूवर : अमेरिकी प्रत्यर्पण का सामना कर रही हुवावेई की मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) कनाडा की वैंकूवर अदालत में पेश हुईं. अभियोजन पक्ष ने अमेरिका-चीन संबंधों को खराब करने वाली और वैश्विक वित्तीय बाजारों को चिंता में डालने वाली इस अधिकारी को अदालत से जमानत नहीं देने का आग्रह किया है. दिग्गज दूरसंचार कंपनी हुवावेई […]
वैंकूवर : अमेरिकी प्रत्यर्पण का सामना कर रही हुवावेई की मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) कनाडा की वैंकूवर अदालत में पेश हुईं. अभियोजन पक्ष ने अमेरिका-चीन संबंधों को खराब करने वाली और वैश्विक वित्तीय बाजारों को चिंता में डालने वाली इस अधिकारी को अदालत से जमानत नहीं देने का आग्रह किया है. दिग्गज दूरसंचार कंपनी हुवावेई की सीएफओ और कंपनी के संस्थापक की बेटी मेंग वानझोउ को अमेरिका के आग्रह पर शनिवार को वैंकूवर हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था. इसी दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग व्यापार मोर्चे पर जारी विवाद पर 90 दिन के लिए युद्धविराम लगाने पर सहमत हुए थे.
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अमेरिका का आरोप है कि हुवावेई ने हांगकांग की एक मुखौटा (शेल) कंपनी का इस्तेमाल करके ईरान में उपकरण बेचे. यह अमेरिका के प्रतिबंधों का उल्लंघन है. उसने यह भी कहा कि मेंग और हुवावेई ने ईरान के साथ किये गये सौदे के बारे में अमेरिकी बैंकों को गुमराह किया. चीन ने मेंग की गिरफ्तारी की निंदा की है. इस गिरफ्तारी से यह आशंका बढ़ने लगी है कि चीन और अमेरिका व्यापार मोर्चे पर चल रहे विवाद पर युद्धविराम लगा पायेंगे या नहीं.
शिकागो परिषद में विदेशी मामले के वरिष्ठ फेलो फिलिप लेवी ने कहा कि मेरा मानना है कि चीन-अमेरिका के बीच जारी वार्ता पर इसका नकारात्मक असर पड़ेगा. कनाडाई अभियोजक जॉन गिब्ब-कार्सले ने शुक्रवार को सुनवाई के दौरान अदालत में कहा कि रात्रिभोज से पहले जो कुछ हुआ, वो अमानवीय है. शी जिनपिंग इससे अनजान थे. हम देख रहे हैं, चीन गिरफ्तारी का विरोध कर रहा है, जो कि संबंधों को और कड़वाहट घोलेगा.
उन्होंने कहा कि मेंग को हांगकांग से मैक्सिको जाते समय रास्ते में गिरफ्तार किया गया. वह इस जांच से वाकिफ थी और महीनों से अमेरिकी जांच की अनदेखी कर रही थी. बावजूद इसके कि उनका बेटा बोस्टन के एक स्कूल में पढ़ता है. उन्होंने आरोप लगाया कि हुवावेई ने हांगकांग की स्काईकॉम के जरिये ईरान से कारोबार किया और अमेरिकी बैंकों को धोखे में रखा कि हुवावेई और स्काईकॉम अलग-अलग है. मेंग ने इस दलील को खारिज करते हुए कहा कि हुवावेई ने 2009 में स्काईकॉम को बेच दिया था.
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