संजय साठे के कदम पर चेती फडनवीस सरकार, महाराष्ट्र के प्याज किसानों को अब प्याज की मिलेगी वाजिब कीमत

मुंबई : महाराष्ट्र के प्याज उत्पादक किसानों को अब अपनी उपज की वाजिब दाम मिलने के आसार बढ़ गये हैं. राज्य सरकार ने प्याज किसानों को 150 करोड़ रुपये की राहत देने की घोषणा की है. राज्य मंत्रिमंडल की आेर से किसानों के हित में यह फैसला किया गया है. देश के प्रमुख प्याज उत्पादक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2018 12:01 PM

मुंबई : महाराष्ट्र के प्याज उत्पादक किसानों को अब अपनी उपज की वाजिब दाम मिलने के आसार बढ़ गये हैं. राज्य सरकार ने प्याज किसानों को 150 करोड़ रुपये की राहत देने की घोषणा की है. राज्य मंत्रिमंडल की आेर से किसानों के हित में यह फैसला किया गया है. देश के प्रमुख प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में किसानों को प्याज की ताजा फसल के लिए सिर्फ 1.50 रुपये प्रति किलोग्राम का दाम मिलने की खबरों के बीच सरकार ने यह कदम उठाया है. वित्तीय राहत में एक नवंबर से 15 दिसंबर, 2018 के बीच बेचे गये प्याज के लिए 200 रुपये प्रति क्विंटल (200 क्विंटल की ऊपरी सीमा के साथ प्रति प्याज किसान) का एक अनुग्रह भुगतान शामिल है.

इसे भी पढ़ें : नासिक के किसान संजय साठे ने PMO को लिखी चिट्ठी, प्याज की गुणवत्ता पर सरकारी की रिपोर्ट पर उठाये सवाल

प्रधान सचिव (कृषि विपणन) अनुप कुमार ने कहा कि यह निर्णय 75 लाख टन प्याज पर लागू होगा. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संबंधित अधिकारियों को प्याज के लिए व्यापक नीति तैयार करने के लिए कहा है. पिछले महीने नासिक जिले के किसान संजय साठे ने थोक बाजार में 750 किलोग्राम प्याज बेचने के बदले मिले 1,064 रुपये को विरोधस्वरूप प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दिये थे. पीएमओ ने बाद में किसान के ‘मनीआर्डर’ को वापस लौटा दिया था.

किसान ने कहा था कि उनका इरादा सरकार को कम कीमतों के कारण किसानों को होने वाली भारी वित्तीय दिक्कतों को कम करने के लिए कुछ कदम उठाने के लिए प्रेरित करना था. महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के एक अन्य किसान, श्रेयस अभाले ने प्याज की कीमतों के लुढ़कने और कम आय मिलने के विरोध में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को छह रुपये का मनी ऑर्डर भेजा था. अभाले ने कहा था कि जिले के संगमनेर थोक बाजार में एक रुपये प्रति किलो की दर से 2,657 किलोग्राम प्याज बेचने और बाजार के खर्चों को समायोजित करने के बाद उन्हें केवल छह रुपये मिले थे.

Next Article

Exit mobile version