कोलंबो : श्रीलंका के केंद्रीय बैंक ने बुधवार को बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक ने उसको मुद्रा अदला-बदली व्यवस्था के तहत 40 करोड़ डॉलर देने पर सहमत हुआ है. इससे श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार मजबूत होगा. श्रीलंका के केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि रिजर्व बैंक की त्वरित और सही समय पर दी गयी सहायता से निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा. श्रीलंका को अपना विदेशी मुद्रा कोष को उपयुक्त स्तर पर बनाये रखने में मदद मिलेगी. साथ ही, वह आयात, ऋण किस्त का भुगतान कर सकेगा और मुद्रा को जरूरी समर्थन प्राप्त होगा और विनिमय दर में अस्थिरता से भी बचा जा सकेगा.
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श्रीलंका के केंद्रीय बैंक ने कहा है कि उसने भारतीय रिजर्व बेंक से इसी व्यवस्था के तहत एक अरब डॉलर की और मदद का आग्रह किया है, जो कि विचाराधीन है. विश्लेषकों का कहना है कि रिजर्व बैंक की ओर से यह सहायता श्रीलंका के लिए काफी महत्वपूर्ण है. खासकर, ऐसे समय जब यह द्वीपीय देश अपने राजनीति और संवैधानिक संकट से अभी उबर रहा है. अक्टूबर और नवंबर के दौरान उपजे उसके राजनीतिक संकट से देश के आर्थिक परिदृश्य पर बुरा प्रभाव पड़ा है.
श्रीलंका केन्द्रीय बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने श्रीलंका के शेयरों में 22.8 अरब रुपये और सरकारी बांडों के बाजार में 159.8 अरब रुपये की शुद्ध बिकवाली की. इससे श्रीलंका के रुपये पर दबाव पड़ा और इसकी विनिमय दर गुरुवार को 183 रुपये प्रति अमेरिकी डॉलर के अब तक के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया था. राजनीतिक संकट के चलते तीन बड़ी अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों (फिच रेटिंग्स, स्टैण्डर्ड एंड पूअर्स (एस एण्ड पी) और मूडीज) ने श्रीलंका की सावरेन रेटिंग को घटा दिया.
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