नयी दिल्ली : आरबीआइ ने केंद्र की महत्वाकांक्षी मुद्रा लोन योजना में बढ़ते एनपीए (डूबा कर्ज) को लेकर सरकार को चेताया है. वित्त मंत्रालय के सूत्रों ने यह जानकारी दी. ये भी पढ़ें…
-11,000 करोड़ रुपये का बैड लोन (एनपीए) हो गया है प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत
-2.46 लाख करोड़ रुपये का मुद्रा लोन बांटा जा चुका है वर्ष 2018 तक
-4.81 करोड़ छोटे स्तर पर बिजनेस करनेवाले लोगों ने यह कर्ज लिया
मुद्रा लोन में कितनी हिस्सेदारी
40% महिला एंटरप्रिन्योर
33% सामाजिक श्रेणी
27% अन्य
योजना पर एक नजर
आठ अप्रैल 2015 में शुरू हुई प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, तीन श्रेणियों में मिलता है 10 लाख रुपये
तीन श्रेणियों में कर्ज
1. शिशु: 50,000 से एक लाख
2. किशोर: एक से पांच लाख
3. तरुण : पांच लाख से 10 लाख
लोन के लिए 600 करोड़ तक का प्रावधान
योजना के तहत कर्ज वसूली नहीं हो पाने के कारण सरकार ने 31 दिसंबर 2018 तक 275 करोड़ रुपये तक प्रावधान किया. 30 सितंबर तक फिर 275 करोड़ का प्रावधान किया. उसके बाद वर्ष की समाप्ति तक लोन के लिए 600 करोड रुपये तक कुल प्रावधान किया.
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