मात्र 100 रुपये से शुरू कर सकते हैं म्यूचुअल फंड में निवेश

म्यूचुअल फंडों में निवेशकों की संख्या को और बढ़ाने और छोटे व मध्यम वर्ग के निवेशकों को सरल व सहज तरीके से निवेश करने का अवसर प्रदान करने के लिए कुछ म्यूचुअल फंडों ने अब निवेश की न्यूनतम राशि घटा कर मात्र 100 रुपये कर दी है. पहले म्यूचुअल फंड में न्यूनतम एकमुश्त निवेश की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 4, 2019 7:39 AM

म्यूचुअल फंडों में निवेशकों की संख्या को और बढ़ाने और छोटे व मध्यम वर्ग के निवेशकों को सरल व सहज तरीके से निवेश करने का अवसर प्रदान करने के लिए कुछ म्यूचुअल फंडों ने अब निवेश की न्यूनतम राशि घटा कर मात्र 100 रुपये कर दी है. पहले म्यूचुअल फंड में न्यूनतम एकमुश्त निवेश की राशि एक हजार से पांच हजार रुपये के बीच थी. निवेश की ऑनलाइन सुविधा प्रदान कर रही पेटीएम मनी, पॉलिसीबाजार अादि ने निवेशकों के कम रकम निवेश का विकल्प दिया है.

इसको देखते हुए अन्य कई म्यूचुअल फंडों ने अपनी योजनाओं में न्यूनतम निवेश की राशि 100 रुपये कर दी है.आइसीआइसीआइ प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड, आदित्य बिड़ला सनलाइफ म्यूचुअल फंड, आइडीएफसी म्यूचुअल फंड, डीएचएफएल प्रमेरिका म्यूचुअल फंड, रिलायंस म्यूचुअल फंड, क्वांट म्यूचुअल फंड और यूटीआइ म्यूचुअल फंड ने अपनी कुछ डेट और इक्विटी योजनाओं में मात्र सौ रुपये तक से निवेश शुरू करने की सुविधा उपलब्ध करा दी है.

बढ़ रहे हैं नये निवेशक

म्यूचुअल फंड में 2018-19 में हर महीने औसतन 9.45 लाख एसआइपी के खाते जुड़े हैं. इनमें औसत एसआइपी निवेश 3,150 रुपये का रहा है. म्यूचुअल फंडों की संस्था एम्फी ने इसकी जानकारी दी है. निवेश की न्यूनतम राशि को घटाकर 100 रुपये किये जाने से एसआइपी की संख्या आने वाले दिनों में तेजी से बढ़ सकती है क्योंकि इससे नये निवेशक आकर्षित होंगे.

बढ़ रहा म्यूचुअल फंड में सीधा निवेश

अभी तक अधिकांश निवेशक फाइनेंशियल डिस्ट्रीब्यूटरों या ब्रोकरों के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश करते रहे हैं. लेकिन ऑनलाइन प्लेटफार्म की लोकप्रियता के बाद और सीधे निवेश की सुविधा मिल जाने से निवेशकों ने अब सीधे निवेश शुरू कर दिया है. ये निवेशक अब स्मार्ट इन्वेस्टर्स के रूप में भी लोकप्रिय होते जा रहे हैं.

म्यूचुअल फंड हाउस पहले न्यूनतम निवेश की राशि को कम करने से बच रहे थे क्योंकि ऐसे में निवेश की राशि का वॉल्यूम कम रहता है, लेकिन नये डिस्ट्रीब्यूटरों जैसे पेटीएम मनी ने इस तरह की पहल करते हुए निवेश में तेजी लायी है. और इसको देखते हुए म्यूचुअल फंड हाउसों को भी एसआइपी में निवेश की राशि में कटौती करने को मजबूर होना पड़ा.

बढ़ रही है जागरूकता

विशेषज्ञों के अनुसार निवेश की न्यूनतम निवेश की राशि को कम करते हुए 100 रुपये करने से निवेशकों में धीरे-धीरे म्यूचुअल फंड समझ में आ रहा है. उस पर उनका विश्वास बढ़ा है. और अब वही निवेशक धीरे-धीरे एसआइपी की न्यूनतम राशि को बढ़ा रहे हैं. इस तरह देखा जाये तो छोटे निवेशकों के बीच म्यूचुअल फंड की जागरूकता बढ़ी है, जो इस कदम का एक महत्वपूर्ण पहलू है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version