Xiaomi की भारत में धूम, लेकिन अपने ही देश में Oppo, Vivo और Apple से पीछे
नयी दिल्ली : भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में टॉप पर पहुंचे शाओमी की अपने ही घर चीन में हालत खराब है और सेल में गिरावट दर्ज की गयी है. जी हां, चीन में ऐपल (Apple) के खस्ताहाल होने और आईफोन (iPhone) की सेल गिरने से जुड़ी खबरें बीते कई दिनों से सामने आ रही थीं. ओप्पो […]
नयी दिल्ली : भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में टॉप पर पहुंचे शाओमी की अपने ही घर चीन में हालत खराब है और सेल में गिरावट दर्ज की गयी है. जी हां, चीन में ऐपल (Apple) के खस्ताहाल होने और आईफोन (iPhone) की सेल गिरने से जुड़ी खबरें बीते कई दिनों से सामने आ रही थीं.
ओप्पो (Oppo) और वीवो (Vivo) जैसे स्मार्टफोन्स के लिए मशहूर इस देश में सेलर्स ने आईफोन के दाम भी कम कर दिये हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि घटती सेल से परेशान सिर्फ ऐपल ही नहीं, बल्कि चीन में शाओमी की भी हालत पतली है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में शाओमी का शिपमेंट 2018 के आखिरी कुछ महीनों में आश्चर्यजनक रूप से 35 प्रतिशत तक गिरा है.
रिपोर्ट में ब्लूमबर्ग ने IDC की ओर से की गयी एक स्टडी का हवाला देते हुए लिखा है कि हालिया बदलावों और नीतियों में लायी गयी पाबंदियों के बाद शाओमी चाइनीज मार्केट में बुरा प्रदर्शन कर रहा है.
वहीं, दूसरी ओर ऐपल के यूनिट शिपमेंट में करीब 20 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है और यह भी कमजोर स्थिति में है.
यहां यह जानना गौरतलब है कि पिछले दिनों यह बात सामने आयी कि अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वॉर का असर सबसे ज्यादा आईफोन बनानेवाले ऐपल पर पड़ा है. इस वजह से नये आईफोन मॉडल्स iPhone XS, iPhone XS Max और iPhone XR की सेल में भी गिरावट देखी, जिनकी कीमत भी ज्यादा थी.
बाजारके जानकारों की मानें, तो आईफोन्स के अपग्रेड होने के अंतराल में बढ़ोत्तरी से भी ऐपल के बड़े मार्केट पर असर पड़ा और लोग बाकी ब्रांड्स की ओर रुख कर रहे हैं.
IDC के मुताबिक, सबके बीच हुवाई (Huawei) ही एक ऐसा ब्रांड है जो बेहतर स्थिति में बना हुआ है. वहीं, दूसरे और तीसरे नंबर पर ओप्पो और वीवो हैं, जिनके बाद ऐपल लिस्ट में चौथे नंबर पर रहा.
शाओमी शिपमेंट के मामले में चीन में पांचवें नंबर पर पहुंच गया है और चीन के टोटल मार्केट में भी 9.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.