CEA केवी सुब्रमण्यम ने कहा, वित्त वर्ष 2019-20 में 7.5 फीसदी पर पहुंचेगी आर्थिक वृद्धि दर
नयी दिल्ली : मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) केवी सुब्रमण्यम ने कहा है कि अगले वित्त वर्ष (2019-20) में आर्थिक वृद्धि दर बढ़कर 7.5 फीसदी पर पहुंचने की उम्मीद है. उन्होंने गुरुवार को कहा कि हमने अपने सभी आकलन कर लिए हैं. सभी बाहरी एजेंसियों और आंतरिक तौर पर हमारा अनुमान है कि अगले वित्त वर्ष […]
नयी दिल्ली : मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) केवी सुब्रमण्यम ने कहा है कि अगले वित्त वर्ष (2019-20) में आर्थिक वृद्धि दर बढ़कर 7.5 फीसदी पर पहुंचने की उम्मीद है. उन्होंने गुरुवार को कहा कि हमने अपने सभी आकलन कर लिए हैं. सभी बाहरी एजेंसियों और आंतरिक तौर पर हमारा अनुमान है कि अगले वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.5 फीसदी रहेगी. वर्तमान मूल्य पर यह 11.5 फीसदी रहेगी तथा मुद्रास्फीति करीब चार फीसदी पर रहेगी.
इसे भी पढ़ें : GDP वृद्धि को रफ्तार देने के लिए Bihar समेत पांच राज्यों के जिलों पर ध्यान केंद्रित करेगी मोदी सरकार
रिजर्व बैंक ने अपनी हाल में पेश मौद्रिक समीक्षा में अगले वित्त वर्ष में वृद्धि दर 7.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. पिछले चार वर्षों की औसत वृद्धि दर का जिक्र करते हुए सुब्रमण्यम ने कहा कि यह 7.3 फीसदी रही है. उदारीकरण के बाद यह सभी सरकारों में सबसे ऊंची है. निचले स्तर पर मुद्रास्फीति के बीच यह वृद्धि दर हासिल हुई है.
उन्होंने कहा कि 2014 से पहले औसत मुद्रास्फीति 10 फीसदी से अधिक थी. उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति में उल्लेखनीय कमी की वजह मौद्रिक नीति रूपरेखा है, जिसमें रिजर्व बैंक के लिए इसे एक निश्चित दायरे में रखने का लक्ष्य दिया गया है. राजकोषीय घाटे पर सुब्रमण्यम ने कहा कि यह नीचे आ रहा है और सरकार वित्तीय दायित्व एवं बजट प्रबंधन (एफआरबीएम) कानून के तहत गठित लक्ष्य को हासिल करने की राह पर है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.