EPFO के आंकड़े में दावा : देश में 16 महीनों के दौरान 72.32 लाख बेरोजगारों को मिली नौकरी
नयी दिल्ली : देश में बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक ओर जहां राजनीतिक मुहिम छेड़े हुए हैं, इसी बीच में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अपने आंकड़ों में इस बात का दावा किया है कि बीते 16 महीनों के दौरान देश में 72.32 लाख बेरोजगारों को नौकरी मिली है. मजे की […]
नयी दिल्ली : देश में बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक ओर जहां राजनीतिक मुहिम छेड़े हुए हैं, इसी बीच में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अपने आंकड़ों में इस बात का दावा किया है कि बीते 16 महीनों के दौरान देश में 72.32 लाख बेरोजगारों को नौकरी मिली है. मजे की बात यह भी है कि ईपीएफओ ने यह दावा किया है कि अकेले दिसंबर, 2018 में संगठित क्षेत्र में करीब 7.16 लाख बेरोजगारों को नौकरी दी गयी है और नौकरी देने के मामले में यह पिछले 16 महीने का सबसे उच्च स्तर है.
अगर हम ईपीएफओ के आंकड़ों पर भरोसा करें, तो उसके अनुसार, पिछले साल दिसंबर, 2017 में 2.37 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन हुआ था. ईपीएफओ ने अपने आंकड़ों में दावा करते हुए कहा है कि ईपीएफओ की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से सितंबर, 2017 से दिसंबर, 2018 के दौरान 72.32 लाख नये अंशधारक जुड़े हैं, जिससे यह पता चलता है कि पिछले 16 महीने में इतने रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं.
हालांकि, ईपीएफओ ने नवंबर, 2018 के पे-रोल आंकड़ों को 23.44 फीसदी घटाकर 5.80 लाख कर दिया है. पहले इसके 7.16 लाख रहने का अनुमान लगाया गया था. इसके अलावा, ईपीएफओ ने सितंबर, 2017 से नवंबर, 2018 के कुल रोजगार आंकड़ों को 11.36 फीसदी घटाकर 65.15 लाख कर दिया है.
इसके पहले 73.50 लाख रहने का अनुमान लगाया गया था. मजे की बात यह है कि सबसे बड़ा यह संशोधन मार्च, 2018 के आंकड़ों में किया गया है. पिछले महीने पेश आंकड़ों में इसके 55,831 रहने का अनुमान लगाया गया था, जिसे अब घटाकर 5,498 कर दिया गया है.
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