फिच सॉल्यूशंस ने कहा, अगले आम चुनाव में कांग्रेस के पास गठबंधन की सरकार बनाने का ‘बढ़िया मौका”

नयी दिल्ली : फिच समूह की शोध इकाई फिच सॉल्यूशंस ने गुरुवार को कहा कि अगले आम चुनावों में कांग्रेस के पास गठबंधन सरकार बनाने का ‘बढ़िया मौका’ है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार के सामने वापसी के रास्ते में कई अड़चनें हैं. इसे भी देखें : लोकसभा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 21, 2019 7:00 PM

नयी दिल्ली : फिच समूह की शोध इकाई फिच सॉल्यूशंस ने गुरुवार को कहा कि अगले आम चुनावों में कांग्रेस के पास गठबंधन सरकार बनाने का ‘बढ़िया मौका’ है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार के सामने वापसी के रास्ते में कई अड़चनें हैं.

इसे भी देखें : लोकसभा चुनाव 2019: कांग्रेस से गंठबंधन के लिए केजरीवाल बेचैन, शीला दीक्षित ने कही ये बात

फिच सॉल्यूशंस ने ‘राजनीतिक जोखिम विश्लेषण : भारतीय चुनावों से खंडित जनादेश और कमजोर नीति निर्माण माहौल मिलने की संभावना’ शीर्षक रिपोर्ट में कहा है कि अप्रैल-मई में संभावित आम चुनावों के बाद बनने वाली सरकार गठबंधन सरकार हो सकती है. इससे मौजूदा सरकार की नीतियों को जारी रखने पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.

रिपोर्ट के अनुसार, फिच सॉल्यूशंस में हमारे बीच इस बात पर आम सहमति बनी है कि आगामी चुनाव के बाद भाजपा अगली सरकार बना सकती है. वही हमारा यह भी मानना है कि भाजपा और सरकार बनाने में अहम भूमिका रखने वाली पार्टियों के बीच बनी दरार के चलते कांग्रेस के पास भी गठबंधन सरकार बनाने का एक उपयुक्त मौका होगा.

रिपोर्ट में कहा गया है कि कई कारणों से सत्ताधारी राजग सरकार के वापस चुने जाने में चुनौतियां हैं. इसमें भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के लिए समर्थन में कमी आना, नवंबर-दिसंबर 2018 में तीन अहम राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार होना और कृषि क्षेत्र में असंतोष शामिल है.

रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2019-20 के अंतरिम बजट में सरकार ने सार्वजनिक व्यय बढ़ाने के कई प्रावधान किये हैं, जिसमें किसानों को न्यूनतम आमदनी उपलब्ध कराना शामिल है. यह कांग्रेस के राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में कृषि ऋण माफी से पार पाने के लिए किया गया है.

वहीं, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 14 फरवरी को कश्मीर में भारतीय जवानों पर किया गया आतंकी हमला भाजपा के लिए समर्थन जुटाने का एक अच्छा मौका है.

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