आलू-प्याज और ईंधन के बढ़े दामों से थोक महंगाई में 0.17 फीसदी की वृद्धि दर्ज
नयी दिल्ली : ईंधन, बिजली और आलू-प्याज की कीमतें बढ़ने से फरवरी महीने में थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर 2.93 फीसदी पर पहुंच गयी. गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों में इसकी जानकारी दी गयी. थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति जनवरी में 2.76 फीसदी थी. पिछले साल फरवरी महीने में यह 2.74 फीसदी थी. इसे भी […]
नयी दिल्ली : ईंधन, बिजली और आलू-प्याज की कीमतें बढ़ने से फरवरी महीने में थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर 2.93 फीसदी पर पहुंच गयी. गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों में इसकी जानकारी दी गयी. थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति जनवरी में 2.76 फीसदी थी. पिछले साल फरवरी महीने में यह 2.74 फीसदी थी.
इसे भी देखें : खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ने से खुदरा महंगाई ने फिर पकड़ी रफ्तार
गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, प्राथमिक वस्तुओं की महंगाई दर जनवरी के 3.54 फीसदी की तुलना में फरवरी में बढ़कर 4.84 फीसदी पर पहुंच गयी. प्राथमिक वस्तुओं में आलू, प्याज, फल और दूध जैसे रसोई के आवश्यक सामान शामिल हैं. इस दौरान ईंधन एवं बिजली की मुद्रास्फीति 2.23 फीसदी बढ़ गयीं. जनवरी महीने में इसमें 1.85 फीसदी की वृद्धि हुई थी.
उधर, मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ने से फरवरी में खुदरा मुद्रास्फीति दर बढ़कर 2.57 फीसदी पर पहुंच गयी. यह इसका चार महीने का उच्चस्तर है. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की दर इससे पहले जनवरी में 1.97 फीसदी तथा एक साल पहले फरवरी में 4.44 फीसदी पर रही थी.
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के तहत केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, फरवरी महीने की खुदरा महंगाई दर अक्टूबर, 2018 के बाद सबसे ऊंची है. अक्टूबर, 2018 में यह 3.38 फीसदी रही थी. महीने के दौरान खाद्य मुद्रास्फीति शून्य से 0.66 फीसदी नीचे रही, जो इससे पिछले साल इसी महीने में 3.26 फीसदी थी.
प्रोटीन वाली वस्तुओं में मांस और मछली तथा अंडों की मुद्रास्फीति फरवरी में क्रमश: 5.92 फीसदी और 0.86 फीसदी रही. हालांकि, इस महीने में फलों के दाम 4.62 फीसदी घटे. वहीं, सब्जियां 7.69 फीसदी सस्ती हुईं. जनवरी में इनके दाम क्रमश: 4.18 फीसदी और 13.32 फीसदी घटे थे. ईंधन और प्रकाश की श्रेणी में मूल्यवृद्धि की दर घटकर 1.24 फीसदी रह गयी, जो जनवरी में 2.20 फीसदी थी.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.