Election के दौरान You Tube पर फेक वीडियो अपलोड करना अब नहीं होगा आसान, जानिये क्यों…?
नयी दिल्ली : ऑनलाइन वीडियो सर्विस कंपनी यू ट्यूब अपने मंच पर लगातार गलत जानकारी देने वाली और उल्लंघन वाली पोस्ट की निगरानी कर रही है. गूगल सर्विस के एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि चुनावी मौसम में इसकी ‘रुचि’ बढ़ने की वजह से उसने यह कदम उठाया है. यू ट्यूब के समाचार भागीदारी […]
नयी दिल्ली : ऑनलाइन वीडियो सर्विस कंपनी यू ट्यूब अपने मंच पर लगातार गलत जानकारी देने वाली और उल्लंघन वाली पोस्ट की निगरानी कर रही है. गूगल सर्विस के एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि चुनावी मौसम में इसकी ‘रुचि’ बढ़ने की वजह से उसने यह कदम उठाया है. यू ट्यूब के समाचार भागीदारी निदेशक टिम कार्ट्ज ने कहा कि कंपनी ने इस महीने से भारत में विभिन्न कार्यक्रमों, विषयों, प्रकाशकों तथा सर्च और वीडियो के संदर्भ में सूचना पैनल उपलब्ध कराना शुरू किया है, जिससे लोगों को उनके द्वारा देखे जाने वाले वीडियो के बारे में समझाया जा सके.
इसे भी देखें : फेक न्यूज के लिए यूट्यूब और व्हाट्सएप ने उठाये कदम, जानें क्या है फीचर
यह पूछे जाने पर कि विशेषरूप से आम चुनाव की घोषणा के बाद उसके प्लेटफार्म पर जाली खबरों तथा गलत सूचना वाली सामग्री का रुख क्या है, काट्ज ने कहा कि निश्चित रूप से चुनाव की वजह से रुचि बढ़ी है, लेकिन हम लगातार निगरानी कर रहे हैं और इस तरह की सामग्री को हटा रहे हैं. काट्ज ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हम अभिव्यक्ति की आजादी के बीच संतुलन बैठाने का प्रयास कर रहे हैं. हम उन्हें पर्याप्त सामग्री और सूचना उपलब्ध कराना चाहते हैं, ताकि वे फैसला कर सकें.
हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने साफ किया कि गलत जानकारी की समस्या दुनियाभर में है. उन्होंने कहा कि जब कोई हमारे दिशा-निर्देशों और नीतियों का उल्लंघन करता है, तो हम उनकी सामग्री को पूरी तरह हटा देते हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.