नयी दिल्ली : नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने हवाई किराये में हाल के दिनों में हो रही बढ़ोतरी पर चर्चा के लिए मंगलवार को विमानन कंपनियों की बैठक बुलायी है. यह कदम ऐसे समय उठाया गया है, जब जेट एयरवेज के विमानों का खड़ा होना जारी है और उसने काफी संख्या में उड़ानें रद्द की हैं. एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, 13 मार्च को इथोपिया में बोइंग-737 मैक्स-8 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद डीजीसीए ने स्पाइस जेट के ऐसे सभी 12 विमानों की उड़ान पर रोक लगा दी है. ऐसे में भारतीय बाजार में हवाई किराया में बढ़ोतरी होने लगी.
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अधिकारी ने कहा कि डीजीसीए ने मंगलवार दोपहर को हवाई किराये में इजाफे पर चर्चा के लिए विमानन कंपनियों की बैठक बुलायी है, क्योंकि पिछले कुछ हफ्तों में जेट एयरवेज ने बड़ी संख्या में अपनी उड़ाने रद्द की हैं. नकदी संकट से जूझ रही जेट एयरवेज उसके पट्टे पर लिए विमानों का किराया चुकाने में असफल रही है.
कंपनी के इस रवैये की वजह से उसके कुल 41 विमान परिचालन से बाहर हो गये हैं. कंपनी के बेड़े में कुल 119 विमान हैं. एतिहाद एयरपोर्ट सर्विसेस ने रविवार को एक अधिसूचना जारी कर कहा कि जेट एयरवेज ने 18 मार्च से अपनी अबू धाबी की सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है.
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