रिलायंस जियो (Reliance Jio) के जरिये सस्ते डाटा और मुफ्त कॉल की सुविधा देकर दूरसंचार क्षेत्र (Telecom Sector) में तहलका मचाने के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के मुखिया मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping) के क्षेत्र की दिग्गज अमेजन (Amazon) और फ्लिपकार्ट (Flipkart) को टक्कर देने की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए वह ई-कॉमर्स (e commerce) को फायदा पहुंचाने वाली छोटी-छोटी कंपनियों को खरीद रहे हैं.
मीडिया में आ रही कुछ रिपोर्ट्स में इंडस्ट्री के जानकारों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि अंबानी पिछले दो वर्षों में 17.41 हजार करोड़ का निवेश इस क्षेत्र में कर दो दर्जन से ज्यादा कंपनियों को खरीद चुके हैं या उनमें हिस्सेदारी ले ली है. इसमें आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस (AI) से लेकर ग्राहकों के खर्च, आदतों पर नजर रखने के लिए डाटा एनालिटिक्स (Data Analytics) से जुड़ी कंपनियां शामिल हैं.
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रिलायंस ने पिछले हफ्ते सात अरब रुपये में हेप्टिक इन्फोटेक को खरीदा, जो आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस की मदद से ग्राहकों को मेसेजिंग सेवा प्रदान करती है. इससे पहले इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और 5जी (5G) की विशेषज्ञता वाली रेडिसिस से हाथ मिला चुकी है.
इसके अलावा, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट वक्त होल्डिंग्स के साथ खाना, ग्रोसरी और अन्य उत्पादों की आपूर्ति में आगे ग्रैब ए ग्रब को रिलायंस अपने साथ मिला चुकी है. ई कॉमर्स मार्केट प्लेस इन्फीबीम एवेन्यूज भी उससे जुड़ चुकी है.
जानकारों की मानें, तो ये डील देखने में भले ही छोटी रही हों, लेकिन एक साथ मिलकर इनसे काफी प्रतिभाशाली टीम बनायी जा सकती है, जो किसी उत्पाद को बड़ा प्लेटफॉर्म दे सकते हैं. रेटिंग एजेंसी मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, वर्ष 2028 तक भारत का ई-कॉमर्स बाजार लगभग सात गुना बढ़कर 14 लाख करोड़ का हो जाएगा.
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