मुंबई : संकटग्रस्त जेट एयरवेज ने गुरुवार को पूर्वी एवं पूर्वोत्तर भारत में अपने परिचालन को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया. एयरलाइन के महज 14 विमान ही अब परिचालन में रह गये हैं. यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है, जब एयरलाइन का अंतरराष्ट्रीय परिचालन के जारी रहने पर भी संदेह के बादल मंडरा रहे हैं. यात्रा उद्योग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पूर्वी क्षेत्र में जेट एयरवेज के सभी परिचालन निलंबित हैं. आज से कोलकाता, पटना, गुवाहाटी और क्षेत्र के अन्य हवाई अड्डों के लिए और वहां से अन्य जगहों के लिए किसी उड़ान सेवा का परिचालन नहीं किया जा रहा है.
इसे भी देखें : Jet Airways के संस्थापक नरेश गोयल ने पीएनबी पास अपनी 26 फीसदी हिस्सेदारी रखी गिरवी
जेट एयरवेज ने संपर्क किये जाने पर कहा कि मुंबई-कोलकाता, कोलकाता-गुवाहाटी और कोलकाता के रास्ते देहरादून से गुवाहाटी के बीच की शुक्रवार की उड़ान को परिचालन संबंधी कारणों से रद्द कर दिया गया. एयरलाइन ने कहा कि यात्रियों को रिफंड का काम किया जा रहा है. गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रही निजी क्षेत्र की इस विमानन कंपनी के बेड़े में गुरुवार को विमानों की संख्या घटकर मात्र 14 पर आ गयी. जेट का परिचालन जब अपने चरम दौर में था, तब उसके विमानों की संख्या 123 थी.
इससे पहले गुरुवार को नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खारोला ने कहा कि हमने जेट से ब्योरा मांगा है. डीजीसीए ने यह जानकारी मांगी है. ब्योरा मिलने के बाद हम इस पर गौर करेंगे. उनसे पूछा गया था कि क्या मंत्रालय जेट की अंतरराष्ट्रीय परिचालन को जारी रखने की पात्रता की समीक्षा करने जा रहा है.
फिलहाल, जेट एयरवेज का नियंत्रण एसबीआई की अगुवाई वाले बैंकों के गठजोड़ के पास है. भुगतान संकट की वजह से एयरलाइन अपने परिचालन को जारी रखने के लिए कड़े संघर्ष से गुजर रही है. पट्टा किराये का भुगतान नहीं होने की वजह से उसके ज्यादातर विमान खड़े हो चुके हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.