नयी दिल्ली : हवाई सेवा प्रदाता स्पाइसजेट अपने बेड़े में 16 बोइंग 737-800 एनजी विमानों को शामिल करेगी. उसने उड़ानें रद्द होने की समस्या को कम करने और अंतरराष्ट्रीय एवं घरेलू स्तर पर अपनी मौजूदगी को बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया है. सभी विमान ड्राई लीज (बिना चालक दल के विमान पट्टे पर लेने की व्यवस्था) के तहत लिए जायेंगे. स्पाइसजेट ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की.
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इस व्यवस्था के तहत पट्टे पर विमान देने वाली कंपनी बिना चालक दल के किसी एयरलाइन को विमान किराये पर देती है, जबकि ‘वेट लीज’ के तहत पूरे चालक दल के साथ विमान पट्टे पर दिया जाता है. एयरलाइन ने कहा कि स्पाइसजेट बिना चालक दल के विमान किराये पर लेने की व्यवस्था के तहत अपने बेड़े में 16 बोइंग 737-800 एनजी विमान शामिल करेगी. विमानों के आयात के लिए नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के पास अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) के लिए आवेदन किया गया है.
कंपनी ने कहा कि नियामकीय मंजूरी मिलने के बाद अगले 10 दिन में स्पाइसजेट के बेड़े में विमान शामिल होने लगेंगे. स्पाइसजेट ने कहा कि इससे न सिर्फ उड़ानों के रद्द होने की समस्या को दूर किया जा सकेगा, बल्कि हमें इससे अंतरराष्ट्रीय और घरेलू स्तर पर अपनी मौजूदगी बढ़ाने में भी मदद मिलेगी. कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा कि यह बोइंग 737 एस की पहली लॉट है, जिसे एयरलाइन अपने बेड़े में शामिल कर रही है. उन्होंने कहा कि विमानन क्षमता में अचानक गिरावट से विमानन क्षेत्र में चुनौतीपूर्ण माहौल बना गया है. स्पाइसजेट क्षमता को बढ़ाने और यात्रियों को होने वाली असुविधा को कम करने के लिए सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है.
स्पाइसजेट की ओर से यह घोषणा ऐसे समय की गयी है, जब उड़ानों की संख्या में तेज गिरावट के चलते हवाई सफर के किराये में वृद्धि हो रही है. वित्तीय संकट में फंसी जेट एयरवेज के बेड़े के करीब 90 फीसदी विमान परिचालन से बाहर होने के कारण उड़ान रद्द होने की समस्या खड़ी हुई है. किराये का भुगतान नहीं कर पाने की वजह से जेट एयरवेज विमान खड़े करने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
इसके अलावा, इथियोपियाई एयरलाइन विमान हादसे के बाद सुरक्षा कारणों से स्पाइसजेट को अपने 12 बोइंग 737 मैक्स विमानों को परिचालन से बाहर करना पड़ा. 10 मार्च को हुए इस विमान हादसे में चार भारतीयों समेत 157 लोगों की जान गयी थी. पिछले हफ्ते डीजीसीए ने उड़ानों की संख्या बढ़ाने के लिए एयरलाइंस से बुधवार तक मध्यम अवधि की योजना लाने का अनुरोध किया था.
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