मुंबई : विज्ञापन उद्योग के नियामक भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) ने भ्रामक और गुमराह करने वाले विज्ञापनों के लिए पारले, मैरिको, विवो, अमूल और अन्य कंपनियों की खिंचाई की है. एएससीआई ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि पारले के मैजिक्स बिस्कुट विज्ञापन को लेकर कंपनी की खिंचाई की गयी है. इस विज्ञापन में पुलिस की यूनिफॉर्म पहना हुआ एक बच्चा दुकानदार पर गोली चलाता है.
परिषद ने इस विज्ञापन के बारे में कहा है कि इससे नाबालिग बच्चों को किसी अपराध की नकल करने का प्रोत्साहन मिलता है. इसके अलावा, अमूल के मेमोरी मिल्क ट्रॉपिकल फ्रूट एंड के खिलाफ शिकायत को भी उचित पाया गया है. इस विज्ञापन ‘मिल्क विद गुडनेस ऑफ आयुर्वेद’ में दावा किया गया है कि इसमें याद्दाश्त बढ़ाने वाले आयुर्वेदिक औषधियां हैं. परिषद ने इस विज्ञापन को गुमराह करने वाला करार दिया है.
इसके साथ ही परिषद ने मैरिको के ट्रू रूट्स बोटानिकल हेयर टॉनिक के विज्ञापन को लेकर कंपनी की खिंचाई की है. परिषद ने पेटीएम के दो विज्ञापनों को भी गुमराह करने वाला पाया है. इसके अलावा, होंडा के तमिलनाडु में शून्य ब्याज के विज्ञापन को भी गुमराह करने वाला पाया गया है. चीन की हैंडसेट कंपनी विवो के वी 11 प्रो में किये गये दावे को भी परिषद ने गुमराह करने वाला पाया है. परिषद ने वोल्टास के रेफ्रिजरेटर के विज्ञापन में सब्जियां रहेंगी 30 दिन तक ताजा संबंधी दावे को भी भ्रामक माना है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.