मुंबई : डार्विन प्लेटफार्म ग्रुप ऑफ कंपनीज और एसबीआई कैप्स ने बुधवार को यहां संकटग्रस्त जेट एयरवेज के लिए बिना आमंत्रण आयी बोलियों पर विचार किया. डार्विन प्लेटफार्म ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल गनपुले ने कहा कि समूह ने ठप खड़ी एयरलाइन के अधिग्रहण के लिए 14,000 करोड़ रुपये की पेशकश की है. यह समूह तेल एवं गैस, आतिथ्य तथा रीयल्टी क्षेत्र में कार्यरत है. उन्होंने कहा कि समूह ने रुचि पत्र (ईओआई) में हिस्सा लिया था और आठ मई को वित्तीय बोली जमा करायी थी.
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गनपुले ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि एसबीआई कैप्स ने हमें बैठक के लिए बुलाया था. हम जेट एयरवेज की संपत्तियों और देनदारियों के बारे में समझना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि समूह ने वित्तीय बोली जमा करने से पहले अपनी ओर से जांच-पड़ताल कर ली है, लेकिन हम कुछ और ब्योरा चाहते हैं, जो सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं है.
गनपुले ने कहा कि कंपनी पंजीयक और अन्य स्रोतों के पास जेट एयरवेज के बारे में काफी कम जानकारी उपलब्ध है. हमने एसबीआई कैप्स से एयरलाइन की वास्तविक देनदारी के बारे में और सूचना उपलब्ध कराने को कहा है. उन्होंने कहा कि बातचीत के बाद बोली जमा कराने वालों की पहुंच वास्तविक सूचना तक है, लेकिन बिना आमंत्रण बोली भेजने वालों के पास यह उपलब्ध नहीं है. उन्होंने कहा कि हमने एयरलाइन के लिए जो 14,000 करोड़ रुपये की पेशकश की है, उसमें उसकी समूची देनदारियां भी शामिल हैं.
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