वाशिंगटन : अमेरिका के अधिकारियों ने चीन की प्रौद्योगिकी कंपनी हुआवेई पर लगायी गयी रोक के फैसले को फिलहाल 90 दिन के लिए स्थगित कर दिया है. उनका कहना है कि यह स्थगन बड़े पैमाने पर होने वाली उठापटक से बचने के लिए दिया गया है. ट्रंप प्रशासन के वाणिज्य विभाग द्वारा दी गयी जानकारी में कहा गया है कि यह स्थगन अस्थायी है और इससे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर कंपनी पर लगायी गयी रोक के फैसले में कोई बदलाव नहीं आयेगा.
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ट्रंप प्रशासन के इस फैसले से अमेरिका और चीन की प्रौद्योगिकी कंपनियों पर गहरा प्रभाव होगा. इसके बदले वह हुआवेई को अस्थायी लाइसेंस प्रदान करेगा, जिससे कि वह अमेरिकी कंपनियों के साथ व्यावसाय को जारी रख सकें. वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस ने कहा कि अस्थायी सामान्य लाइसेंस से ऑपरेटरों को व्यवसाय जारी रखने के लिए दूसरी व्यवस्था करने का समय मिल जाता है और विभाग जरूरी सेवाओं के लिए हुआवेई के उपकरणों पर निर्भर अमेरिकी और विदेशी दूरसंचार कंपनियों के लिए उपयुक्त दीर्घकालिक उपाय कर सकेगा.
संक्षेप में कहा जाए, तो यह लाइसेंस दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को मौजूदा हुआवेई मोबाइल फोन और ग्रामीण ब्रांडबैंड नेटवर्क को जारी रखने की सुविधा देगा. उधर, हुआवेई के संस्थापकों ने बीजिंग में कहा है कि अमेरिका कंपनी की ताकत को कम आंक रहा है. हुआवेई के संस्थापक रेन झेंगफई ने कंपनी पर रोक लगाने के अमेरिका के प्रयासों के समक्ष कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि अमेरिका कंपनी की ताकत को कम आंक रहा है.
सीसीटीवी के मुताबिक रेन ने कहा कि अमेरिका के राजनीतिज्ञों के मौजूदा व्यवहार से लगता है कि वह हमारी ताकत को कम आंक रहे हैं. उन्होंने कहा कि हुआवेई के 5जी पर कोई असर नहीं होगा. जहां तक 5जी प्रौद्योगिकी की बात है, तो अगले दो से तीन साल तक कोई हुआवेई के बराबर नहीं पहुंच पायेंगे.
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