Trade War की वजह से 2003 के बाद फर्स्ट टाइम घटी अमेरिका जाने वाले चाइनीज टूरिस्टों की संख्या
डेट्रायट (अमेरिका) : अमेरिका और चीन के बीच छिड़े ट्रेड वार की वजह से दोनों देशों के सांस्कृतिक जीवन के साथ पर्यटन पर भी गहरा प्रभाव पड़ना शुरू हो गया है. यह ट्रेड वार का ही नतीजा है कि लगभग एक दशक तक तेज वृद्धि के बाद अमेरिका जाने वाले चीन के पर्यटकों की संख्या […]
डेट्रायट (अमेरिका) : अमेरिका और चीन के बीच छिड़े ट्रेड वार की वजह से दोनों देशों के सांस्कृतिक जीवन के साथ पर्यटन पर भी गहरा प्रभाव पड़ना शुरू हो गया है. यह ट्रेड वार का ही नतीजा है कि लगभग एक दशक तक तेज वृद्धि के बाद अमेरिका जाने वाले चीन के पर्यटकों की संख्या में गिरावट आयी है.
इसे भी देखें : अमेरिकी ट्रेड वार से चीन को हो रहा भारी आर्थिक नुकसान, फरवरी में 20 फीसदी से अधिक गिरा निर्यात
राष्ट्रीय यात्रा एवं पर्यटन कार्यालय के अनुसार, 2018 में अमेरिका जाने वाले चीन के पर्यटकों की संख्या 5.7 फीसदी घटकर 29 लाख रह गयी. यह 2003 के बाद पहला मौका है, जबकि अमेरिका जाने वाले चीन के पर्यटकों की संख्या में समीक्षाधीन वर्ष की तुलना में पिछले साल से कमी आयी है.
चीन और अमेरिका के बीच जारी व्यापार विवाद को इसकी प्रमुख वजह माना जा रहा है. डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने सबसे पहले जनवरी, 2018 में चीन के सौर पैनल और वॉशिंग मशीनों पर शुल्क लगाया था. उसके बाद से दोनों देशों के बीच व्यापार विवाद बढ़ रहा है. अमेरिका द्वारा चीन के 200 अरब डॉलर मूल्य के उत्पादों पर 25 फीसदी शुल्क लगाया गया है, जिसके जवाब में चीन ने अमेरिका के 60 अरब डॉलर के आयात पर शुल्क लगाया है.
पिछली गर्मियों में चीन ने अपने नागरिकों को अमेरिका जाने के खिलाफ चेतावनी जारी की थी. चीन ने अपने नागरिकों को वहां गोलीबारी, डकैती तथा चिकित्सा इलाज की ऊंची लागत के प्रति चेताया था. इसके जवाब में अमेरिका ने भी अपने नागरिकों को चीन जाने के प्रति आगाह किया था.
बीजिंग में अंतरराष्ट्रीय व्यापार कंपनी में काम करने वाली वांग हायशिया ने कहा कि वह अपनी बहन की पढ़ाई के लिए मई में अमेरिका आयी हैं. उनके परिवार का यहां 10 दिन रुकने का इरादा है. वांग ने कहा कि वह चाहती, तो ज्यादा दिन तक यहां रुक सकती थीं, लेकिन व्यापार युद्ध की वजह से वह अमेरिकी अर्थव्यवस्था में योगदान देने की इच्छुक नहीं है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.