मुंबई : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) प्रमुख विक्रम लिमये ने मंगलवार को कहा कि चुनाव परिणाम का उत्साह ठंडा पड़ने के बाद निवेशकों की नजर आर्थिक सुधारों और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर पर होगी. उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय आयी है, जब 2018-19 की चौथी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर घटकर 6 फीसदी के आसपास रह जाने का अनुमान है. यह देश की 9-10 फीसदी वृद्धि की आकांक्षा से कहीं कम है.
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एनएसई के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी लिमये ने कहा कि चुनाव का उत्साह ठंडा होने के बाद सबका ध्यान आर्थिक वृद्धि पर होगा यह बढ़नी चाहिए. लोगों का ध्यान बुनियादी बातों पर होगा. शेयर बाजार के 50 शेयरों वाला सूवकांक निफ्टी का नया प्रतीक चिह्न जारी करने के मौके पर उन्होंने कहा कि फिलहाल, चुनावी नतीजों के बाद बाजार काफी सकारात्मक है, क्योंकि निवेशक निरंतरता को सकारात्मक मान रहे हैं.
लिमये ने कहा कि अब हर कोई नयी सरकार से आर्थिक वृद्धि तेज होने तथा सुधारों के आगे बढ़ने की उम्मीद कर रहा है. उल्लेखनीय है कि देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के अर्थशास्त्रियों ने सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा कि जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 6.1 फीसदी पर आ जायेगी.
उन्होंने कहा कि इससे पूरे वित्त वर्ष का आर्थिक वृद्धि का आंकड़ा घटकर 7 फीसदी के नीचे रहने की आशंका है. जीडीपी वृद्धि का आधिकारिक आंकड़ा 30 मई को जारी किया जायेगा. लिमये ने यह भी कहा कि नयी वेबसाइट का परीक्षण किया जा रहा है और इसे जल्दी ही पेश किया जायेगा.
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