नयी दिल्ली : आम चुनावों में भाजपा की शानदार जीत के बाद कारोबार के लिए ज्यादा अनुकूल माहौल बनने की उम्मीदों को देखते हुए विदेशी निवेशकों ने मई में भारतीय पूंजी बाजार में शुद्ध रूप से 9,031 करोड़ रुपये की पूंजी डाली. दिलचस्प बात यह है कि मई के पहले तीन हफ्तों में विदेशी निवेशक शुद्ध बिकवाल रहे, लेकिन चुनाव नतीजों की घोषणा से पहले उनके रुख में बदलाव देखा गया.
डिपॉजिटरी के पास मौजूद ताजा आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 2-31 मई के दौरान, शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से 7,919.73 करोड़ रुपये का निवेश किया, जबकि बॉन्ड बाजार में 1,111.42 करोड़ रुपये डाले. इस तरह निवेशकों ने शुद्ध रूप से 9,031.15 करोड़ रुपये का निवेश किया.
इससे पहले, वैश्विक निवेशकों ने शेयर और बॉन्ड बाजार दोनों में अप्रैल में शुद्ध रूप से 16,093 करोड़ रुपये की पूंजी डाली थी. वहीं मार्च में 45,981 करोड़ रुपये तथा फरवरी में 11,182 करोड़ रुपये का निवेश किया था.
विशेषज्ञों ने कहा कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार सत्ता में दोबारा आने के बाद पहले कार्यकाल में शुरू किये गये सुधारों को जारी रखेगी. विदेशी निवेशकों ने 2 से 17 मई के दौरान बाजार से शुद्ध रूप से 6,399 करोड़ रुपये की निकासी की थी.
मॉर्निंगस्टार के वरिष्ठ विश्लेषक प्रबंधक (शोध) हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार की तरह वापस लौटना शुरू दिया है. 23 मई 2019 को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद उनकी उम्मीदें हकीकत में तब्दील होने पर निवेशकों ने निवेश बढ़ा दिया.
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