RBI की एमपीसी की रिव्यू मीटिंग शुरू, रेपो रेट में 0.25 फीसदी कटौती के लगाये जा रहे कयास

मुंबई : वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा को लेकर उद्योग नगरी मुंबई में सोमवार को रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की त्रिदिवसीय बैठक की शुरुआत कर दी है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अगुवाई वाली एमपीसी ने सोमवार को चालू वित्त वर्ष की दूसरी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2019 5:11 PM

मुंबई : वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा को लेकर उद्योग नगरी मुंबई में सोमवार को रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की त्रिदिवसीय बैठक की शुरुआत कर दी है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अगुवाई वाली एमपीसी ने सोमवार को चालू वित्त वर्ष की दूसरी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा को लेकर चर्चा शुरू कर दी है.

इसे भी देखें : RBI ने रेपो रेट में की .25 प्रतिशत की कमी, होम लोन होगा सस्ता

कयास लगाये जा रहे हैं कि एमपीसी नीतिगत दरों (रेपो रेट) में 0.25 फीसदी की कटौती कर सकती है. इससे पिछली दो मौद्रिक नीति समीक्षा बैठकों में केंद्रीय बैंक ने रेपो दर में 0.25-0.25 फीसदी की कटौती की है. रिजर्व बैंक ने कहा कि एमपीसी की बैठक तीन, चार और छह जून, 2019 को होगी. छह जून को वेबसाइट पर एमपीसी बैठक के प्रस्ताव को डाला जायेगा. लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद यह रिजर्व बैंक की पहली मौद्रिक समीक्षा बैठक है.

कोटक महिंद्रा बैंक के प्रबंध निदेशक उदय कोटक ने कहा कि रिजर्व बैंक को अर्थव्यवस्था में सुस्ती के मद्देनजर ब्याज दरों में कटौती करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रमुख चुनौती नीतिगत दरों में कटौती को आगे बैंकों की जमा और ऋण दरों में स्थानांतरित करने की होगी. भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन जारी रखने के लिए रिजर्व बैंक को नीतिगत दरों में कटौती के सिलसिले को जारी रखना चाहिए.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version