SAIL के चेयरमैन ने कहा, उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए दो फेज में कंपनी का विस्तार किया जायेगा
नयी दिल्ली : सेल की उत्पादन क्षमता बढ़ाने वाली विस्तार योजना को दो चरणों में लागू किया जायेगा. सेल की उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर सालाना पांच करोड़ टन तक करने का प्रस्ताव है. कंपनी के चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी ने यह जानकारी दी. चौधरी ने दिसंबर, 2018 में कंपनी की विस्तार योजना की घोषणा की […]
नयी दिल्ली : सेल की उत्पादन क्षमता बढ़ाने वाली विस्तार योजना को दो चरणों में लागू किया जायेगा. सेल की उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर सालाना पांच करोड़ टन तक करने का प्रस्ताव है. कंपनी के चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी ने यह जानकारी दी. चौधरी ने दिसंबर, 2018 में कंपनी की विस्तार योजना की घोषणा की थी. इसके तहत 2030-31 तक कंपनी की उत्पादन क्षमता पांच करोड़ टन वार्षिक की जानी है, जो मौजूदा समय में 2.14 करोड़ टन है.
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उन्होंने कहा कि इस विस्तार योजना को दो चरणों में लागू किया जायेगा. पहले चरण में 2025-26 तक इसे साढ़े तीन करोड़ टन सालाना और दूसरे चरण में बची डेढ़ करोड़ टन की क्षमता के लक्ष्य को पाया जायेगा. यह दोनों चरण मार्च, 2031 तक पूरे किये जाने हैं. उन्होंने कहा कि देश में इस्पात की जरूरत बढ़ेगी. मांग बढ़ने के साथ आपूर्ति भी बढ़ेगी.
चेयरमैन चौधरी ने कहा कि इस्पात उद्योग में स्थापित क्षमता का 100 फीसदी इस्तेमाल होने में समय लगेगा. क्षमता को बढ़ाने में कम से कम तीन साल लगेंगे. पहले साल में 50 फीसदी, दूसरे साल में 70 फीसदी और तीसरे साल में 90 फीसदी और उसके बाद चौथे साल में यह कहीं जाकर 100 फीसदी तक क्षमता इस्तेमाल तक पहुंच सकती है. उद्योग विशेषज्ञों के मुताबिक, 10 लाख टन क्षमता को जोड़ने में करीब 6,000 करोड़ रुपये की लागत आती है.
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