ऑस्ट्रेलिया में कोयला संपत्ति के अधिग्रहण के लिये मर्चेन्ट बैंकर की सेवा लेगी कोल इंडिया
नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया ऑस्ट्रेलिया में चिन्हित खदानों और कंपनियों में हिस्सेदारी खरीदने को लेकर वित्तीय जांच पड़ताल कराने को लेकर मर्चेन्ट बैंकर की सेवा लेगी. कंपनी देश में ईंधन की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये विदेशों में अधिग्रहण की योजना बनायी है. कोल इंडिया ने निवेश बैंकरों से […]
नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया ऑस्ट्रेलिया में चिन्हित खदानों और कंपनियों में हिस्सेदारी खरीदने को लेकर वित्तीय जांच पड़ताल कराने को लेकर मर्चेन्ट बैंकर की सेवा लेगी. कंपनी देश में ईंधन की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये विदेशों में अधिग्रहण की योजना बनायी है.
कोल इंडिया ने निवेश बैंकरों से प्रस्ताव आमंत्रित करते हुए एक नोटिस में कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने संपत्ति या कंपनी में इक्विटी हिस्सेदारी खरीदने के साथ वहां से उठाव अधिकार को लेकर ऑस्ट्रेलिया में कोयला संपत्ति की पहचान की है.
दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी ने कहा कि कोल इंडिया आस्ट्रलेया में कोयला संपत्ति के अधिग्रहण के साथ वहां से माल उठाने के अधिकार के संदर्भ में वित्तीय जांच पड़ताल और सौदा परामर्श को लेकर अंतरराष्ट्रीय साख वाले मर्चेन्ट बैकरों / निवेशक बैंकों की सेवा लेने चाहती है। इसका मकसद उपक्रम मूल्य निर्धारित करना तथा उसके आधार पर पेशकश करना है…”
कंपनी के अनुसार-ऑस्ट्रेलिया में कोयला संपत्ति अधिग्रहण में सहायता को लेकर मर्चेन्ट बैंक / निवेश बैंकरों की सेवा लेने के लिये संदर्भ में निविदा जारी की जा रही है. कोल इंडिया को लगता है कि घरेलू उत्पादन विभिन्न क्षेत्रों में कोकिंग कोयला और उच्च स्तर के ईंधन की मांग को पूरा करने के लिये पर्याप्त नहीं होगा. इसीलिए वह विदेशों में संपत्ति के अधिग्रहण पर गौर कर रही है. बिजली और इस्पात समेत विभिन्न क्षेत्रों में कोयले की अधिक मांग के कारण मांग एवं आपूर्ति में अंतर है. कंपनी का कोयला उत्पादन 2018-18 में 60.7 करोड़ टन रहा.
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