Forbes Global 2000 List में भारत की 57 कंपनियां, शीर्ष 200 में रिलायंस एकमात्र भारतीय कंपनी

नयी दिल्ली : दुनिया की 2000 सबसे बड़ी सूचीबद्ध कंपनियों की सूची में भारत की 57 कंपनियों को जगह मिली है. रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की एकमात्र कंपनी है जो शीर्ष 200 कंपनियों में जगह बनाने में कामयाब रही. प्रतिष्ठित पत्रिका फोर्ब्स ने यह सूची जारी की है. फोर्ब्स की वैश्विक 2000 कंपनियों की सूची – […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 13, 2019 10:22 PM

नयी दिल्ली : दुनिया की 2000 सबसे बड़ी सूचीबद्ध कंपनियों की सूची में भारत की 57 कंपनियों को जगह मिली है. रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की एकमात्र कंपनी है जो शीर्ष 200 कंपनियों में जगह बनाने में कामयाब रही. प्रतिष्ठित पत्रिका फोर्ब्स ने यह सूची जारी की है.

फोर्ब्स की वैश्विक 2000 कंपनियों की सूची – 2019 में पहले पायदान पर चीन का इंडस्ट्रियल एंड कॉमर्शियल बैंक ऑफ चाइना (आईसीबीसी) है. वह लगातार सातवीं बार शीर्ष पायदान पर रही.

रिलायंस इंडस्ट्रीज इस सूची में 71 वें पायदान पर है. पेट्रोलियम एवं गैस क्षेत्र में रिलायंस इंडस्ट्रीज की वैश्विक रैंकिंग 11 वीं है जबकि इस क्षेत्र में पहले स्थान पर रॉयल डच शेल है.

रियालंस इंडस्ट्रीज एकमात्र भारतीय कंपनी है जो शीर्ष 200 कंपनियों की सूची में जगह बनाने में कामयाब रही. शीर्ष 2000 कंपनियों में एचडीएफसी बैंक (209वें), ओएनजीसी (220वें), इंडियन ऑयल (288वें) और एचडीएफसी लिमिटेड (332वें) पायदान है.

टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, एलएंडटी, भारतीय स्टेट बैंक और एनटीपीसी शीर्ष 500 कंपनियों में शुमार हैं. इसके अलावा, ‘वैश्विक 2000’ सूची में टाटा स्टील, कोल इंडिया, कोटक महिंद्रा बैंक, भारत पेट्रोलियम, इंफोसिस, एक्सिस बैंक, टाटा मोटर्स, आईटीसी, भारती एयरटेल, विप्रो, जेएसडब्ल्यू स्टील, पावर ग्रिड, हिंडाल्को, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व, गेल, पंजाब नेशनल बैंक, ग्रासिम, बैंक ऑफ बड़ौदा, पावर फाइनेंस और केनरा बैंक शामिल हैं.

इस सूची में 61 देशों की कंपनियां शामिल हैं. इसमें अमेरिका की सबसे ज्यादा 575 कंपनियां हैं. इसके बाद चीन (309) और जापान (223) का नंबर है. फोर्ब्स ने चार पैमाने – बिक्री, मुनाफा, संपत्ति और शेयर बाजार में मूल्यांकन के आधार पर कंपनियों की रैंकिंग की है. शीर्ष 10 कंपनियों में इंडस्ट्रियल एंड कॉमर्शियल बैंक ऑफ चाइना, जेपी मॉर्गन, चाइना कंस्ट्रक्शन बैंक, एग्रिकल्चर बैंक ऑफ चाइना, बैंक ऑफ अमेरिका, एेपल, पिंग एन इंश्योरेंस ग्रुप, बैंक ऑफ चाइना, रॉयल डच शैल और वेल्स फार्गो हैं.

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