लंदन : फेसबुक आभासी मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) से भुगतान को मुख्यधारा में लाने का प्रयास कर रही है. कंपनी सरकार और वित्तीय क्षेत्र के दिग्गजों के सहयोग से नयी आभासी मुद्रा लाना चाहती है.
दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग कंपनी द्वारा मंगलवार को एक आभासी मुद्रा के ब्योरे के बारे में बताया जाएगा जिसको वह अगले साल पेश करेगी. कंपनी का मानना है कि इस नयी आभासी मुद्रा से बिटकॉइन जैसी ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी आधारित मुद्राओं में उतार-चढ़ाव से बचा जा सकेगा.
वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, फेसबुक एक गठजोड़ ‘लिबरा’ का गठन कर रही है. इसमें वीजा, मास्टरकार्ड, पेपाल और उबर जैसी एक दर्जन से अधिक कंपनियों के शामिल होने की उम्मीद है.
बताया जाता है कि ये कंपनियां उद्यम पूंजीपतियों और दूरसंचार कंपनियों के साथ मिलकर इस गठजोड़ में एक-एक करोड़ डॉलर का निवेश करेंगी.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.