नयी दिल्ली/बर्न : भारत ने एस्सार समूह की छह कंपनियों के खिलाफ जांच में स्विट्जरलैंड के कर विभाग से सहायता मांगी है. इसमें इस्पात और बिजली कारोबार से जुड़ी कंपनियां शामिल हैं. स्विट्जरलैंड के आधिकारिक दस्तावेज से यह पता चला है.
सूचना आदान-प्रदान प्रक्रिया शुरू करते हुए स्विट्जरलैंड के संघीय कर प्रशासन ने छह कंपनियों के लिए राजपत्र में अधिसूचनाएं जारी की हैं जिसमें उन्हें स्विस कानून के तहत भारत की सहायता के आग्रह के खिलाफ अपील करने का मौका दिया गया है.
जिन छह कंपनियों के बारे में भारत ने सूचना मांगी है, वे एस्सार स्टील इंडिया लिमिटेड, एस्सार प्रोजेक्ट्स इंडिया लिमिटेड, एस्सार पावर गुजरात लिमिटेड, एस्सार पावर एमपी लिमिटेड, एस्सार पावर (झारखंड) लिमिटेड और एस्सार बल्क टर्मिनल (सलाया) लिमिटेड हैं.
इस बारे में संपर्क किये जाने पर एस्सार समूह के प्रवक्ता ने कहा, एस्सार की कंपनियों का स्विट्जरलैंड में कोई अघोषित खाता नहीं है. पुन: हमें इस संदर्भ में स्विट्जरलैंड प्राधिकरण से कोई सवाल या नोटिस नहीं मिला है.
स्विट्जरलैंड के 18 जून के संघीय राजपत्र में एस्सार की सभी छह कंपनियों को अलग-अलग नोटिस दिये गये हैं. इसमें उन्हें स्विट्जरलैंड में किसी व्यक्ति को नामित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है ताकि वह प्रशासनिक सहायता प्रक्रिया के खिलाफ अपील कर सके.
अभी यह पता नहीं चल पाया है कि एस्सार समूह ने बर्न में स्विस कर प्राधिकरण के साथ बातचीत के लिए किसी अधिकृत व्यक्ति को एस्सार समूह ने नामित किया है या नहीं.
जहां सार्वजनिक अधिसूचना में उस जांच का ब्योरा पेश किया गया है जिसके लिए भारत ने सूचना मांगी है वहीं प्रशासनिक सहायता में सामान्य तौर पर बैंक खातों ओर अन्य वित्तीय लेनदेन समेत सूचना साझा करने की बात शामिल होती है.
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