मुंबई : भारत में निजी क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंकिंग प्रतिष्ठान आइसीआइसीआइ बैंक ने अपने ऋणों के लिए ब्याज की मानक दर 0.10 प्रतिशत कम करने की सोमवार को घोषणा की. बैंक ने जमा दरों में कटौती करने के कुछ हफ्ते बाद यह कदम उठाया है. भारतीय रिजर्व बैंक ने फरवरी से अब तक रेपो दरों में 0.75 प्रतिशत की कटौती की है. उसने भी बैंकों से इसका लाभ जल्द से जल्द ग्राहकों को हस्तांतरित करने के लिए कहा है.
द रिजर्व बैंक वाणिज्यिक बैकों को रेपो के हिसाब से फौरी जरूरत के लिए एक दिन को नकद धन देता है. यह दर इस समय 5.75 प्रतिशत है. आइसीआइसीआइ बैंक ने सभी अवधियों के ऋण पर कोष की सीमांत लागत आधारित ऋण ब्याज दर (एमसीएलआर) को 0.10 प्रतिशत घटा दिया है. नयी दरें तत्काल प्रभाव से लागू हो गयी हैं.
वाहन, आवास इत्यादि अधिकतर ऋण एक साल की अवधि वाले एमसीएलआर पर आधारित होते हैं. बैंक ने अपनी एमसीएलआर घटाकर 8.65 प्रतिशत कर दिया है. आइसीआइसीआइ के अलावा एक्सिस और एचडीएफसी बैंक जैसे देश के निजी क्षेत्र के शीर्ष घरेलू बैंकों ने भी अपनी ऋण ब्याज दरों में 0.10 प्रतिशत से 0.25 प्रतिशत तक की कटौती की है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.