नयी दिल्ली : देश के प्रसिद्ध उद्योगपति बीके बिड़ला का आज निधन हो गया, वे 98 साल के थे. बीके बिड़ला कृष्ण अर्पण चैरिटी ट्रस्ट सहित बीके बिड़ला इंस्टीच्यूट अॅाफ इंजीनियरिंग और कई अन्य शैक्षणिक संस्थाओं के चेयरमैन थे. साथ ही वे सेंचुरी एंका, सेंचुरी टेक्सटाइल्स, जय श्री टी और बीके बिड़ला फाउडेंशन जैसी कंपनियों में कई पद संभाल चुके थे.
12 जनवरी 1921 में जन्मे बीके बिड़ला का पूरा नाम बसंत कुमार बिड़ला था. वे घनश्याम दास बिड़ला के सबसे छोटे बेटे थे. 15 साल की उम्र में ही वे कारोबार से जुड़ गये थे, उन्होंने काफी मेहनत से काम किया और कई कंपनियों के साथ जुड़ते गये और केसोराम इंडस्ट्रीज के चेयरमैन बने. इस पद पर रहते हुए उन्होंने कॉटन और पॉलिस्टर उद्योग को स्थापित किया, साथ ही सीमेंट उद्योग को खड़ा किया.
1941 में बीके बिड़ला का विवाह सरला से हुआ. वे प्रसिद्ध एक्टिविस्ट और लेखक ब्रिजलाल बियानी की बेटी थीं. इनके तीन बच्चे हैं एक बेटा और दो बेटी. बेटे का नाम आदित्य विक्रम बिड़ला और जयाश्री मोहता और मंजूश्री खेतान है.बीके बिड़ला ने एक बार कहा था मैं 90 साल की उम्र में रिटायर होना चाहता हूं. बीके बिड़ला चाहते थे कि उनकी सभी कंपनियों की चेयरमैनशिप उनके पोते कुमार मंगलम बिड़ला ले ले. लेकिन कुमार मंगलम बिड़ला ने उनसे उनके पद पर बने रहने के लिए कहा था.
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