नयी दिल्ली : टाटा समूह ने अपने उपभोक्ता मोबाइल दूरसंचार सेवा कारोबार का सौदा पूरा करते हुए इस कारोबार पर सरकार और कर्जदाताओं का बकाया निपटा दिया है. अनुमान है कि यह बकाया 50,000 करोड़ रुपये का था. समूह ने टाटा टेलिसविर्सेज लिमिटेड के मोबाइल व्यवसाय को भारती एयरटेल को बेच दिया है. टाटा संस के प्रवक्तता ने एक सवाल के जवाब में कहा कि टाटा टेलीसर्विसेज के सभी कर्ज तय समय के अनुसार निपटा दिये गये हैं.
प्रवक्ता ने इसका विवरण देने से इनकार किया, लेकिन इस मामले के जानकार अधिकारियों ने बताया कि टाटा समूह ने कंपनी पर ऋणदाताओं और दूरसंचार विभाग का मिलाकर मोटे तौर पर कुल 50,000 करोड़ रुपये का बकाया चुकाया है. इससे पहले, इसी महीने एयरटेल और टाटा टेलीसर्विसेज ने संयुक्त बयान में कहा था कि टाटा टेलीसर्विसेज का कंज्यूमर (उपभोक्ता) मोबाइल कारोबार अब सुनील मित्तल द्वारा प्रवर्तित दूर संचार कंपनी एयरटेल के पास चला गया है.
दोनों कंपनियों के बीच हुए सौदे के अनुसार, टाटा टेलीसर्विसेज और टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र) भारती एयरटेल और भारती हेक्सा (एयरटेल) का हिस्सा हो गयी है. यह व्यवस्था एक जुलाई, 2019 को प्रभावी हो गयी है.
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