भारत के टॉप सेवेन सिटीज में अप्रैल से जून के दौरान घरों के सेल की वृद्धि रही सुस्त
नयी दिल्ली : देश के सात प्रमुख शहरों में चालू कैलेंडर साल की दूसरी तिमाही में घरों की बिक्री में 12 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, लेकिन यह उम्मीद से कम रही. इसकी वजह है कि आम चुनाव की वजह से कई संभावित खरीदारों ने देखो और इंतजार करो की नीति अपनायी. संपत्ति क्षेत्र की सलाहकार […]
नयी दिल्ली : देश के सात प्रमुख शहरों में चालू कैलेंडर साल की दूसरी तिमाही में घरों की बिक्री में 12 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, लेकिन यह उम्मीद से कम रही. इसकी वजह है कि आम चुनाव की वजह से कई संभावित खरीदारों ने देखो और इंतजार करो की नीति अपनायी. संपत्ति क्षेत्र की सलाहकार एनारॉक की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतरिम बजट में विभिन्न प्रोत्साहनों की घोषणा से सकारात्मक बाजार धारणा के बीच शीर्ष सात शहरों में घरों की बिक्री पहली तिमाही में 58 फीसदी बढ़कर 78,520 इकाई रही.
इसे भी देखें : भारत में जुलाई-सितंबर के दौरान मकानों की बिक्री में 24 फीसदी का इजाफा, नयी सप्लाई में 35 फीसदी की कमी
आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जून, 2019 के दौरान घरों की बिक्री बढ़कर 68,600 इकाई रही,जो एक साल पहले समान अवधि में 61,522 इकाई रही थी. चार बड़े शहरों में जहां घरों की बिक्री बढ़ी, तीन शहरों में इसमें गिरावट आयी. इस अवधि में मुंबई महानगर क्षेत्र में घरों की बिक्री 36 फीसदी बढ़कर 21,360 इकाई पर पहुंच गयी, जो अप्रैल-जून, 2018 में 15,739 इकाई थी. पुणे में घरों की बिक्री 25 फीसदी बढ़कर 10,490 इकाई रही.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में इस दौरान घरों की बिक्री 13 फीसदी बढ़कर 12,640 इकाई रही. चेन्नई में इस दौरान 2,990 मकान बिके. चेन्नई में घरों की बिक्री में 10 फीसदी का इजाफा हुआ. वहीं, कोलकाता में इस दौरान घरों की बिक्री 12 फीसदी घटकर 3,540 इकाई रही. एक साल पहले समान अवधि में यह 4,030 इकाई रही थी.
दिलचस्प बात यह है कि बेंगलुरु में भी इस दौरान घरों की बिक्री 11 फीसदी घटकर 13,150 इकाई रह गयी. वहीं, हैदराबाद में 4,430 मकान बिके. वहां घरों की बिक्री में सात प्रतिशत की गिरावट आयी.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.