19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निशाने पर क्यों है Facebook की आभासी मुद्रा Libra

लंदन : सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक की प्रस्तावित डिजिटल मुद्रा लिब्रा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और वैश्विक नियामकों के निशाने पर है. साथ ही व्यापक क्रिप्टोकरेंसी समुदाय ने भी इस पर संशय जताया है. लंदन के वित्तीय प्रौद्योगिकी या फिनटेक उद्योग के प्रभावशाली लोग आभासी मुद्राओं (वर्चुअल करेंसी) के भविष्य पर बातचीत करने के […]

लंदन : सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक की प्रस्तावित डिजिटल मुद्रा लिब्रा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और वैश्विक नियामकों के निशाने पर है. साथ ही व्यापक क्रिप्टोकरेंसी समुदाय ने भी इस पर संशय जताया है. लंदन के वित्तीय प्रौद्योगिकी या फिनटेक उद्योग के प्रभावशाली लोग आभासी मुद्राओं (वर्चुअल करेंसी) के भविष्य पर बातचीत करने के लिए एकत्रित हुए.

लंदन में हाल में हुए ‘फिनटेक वीक’ में एक कार्यक्रम में पूछा गया कि जो लोग लिब्रा का इस्तेमाल करने के इच्छुक नहीं हैं, वे अपने हाथ उठायें. करीब 100 विशेषज्ञों और मीडियाकर्मियों से भरे कमरे में दो तिहाई लोगों ने अपने हाथ उठाकर फेसबुक की आभासी मुद्रा पर अविश्वास जताया.

ऐसा माना जा रहा है कि लिब्रा वैश्विक तौर पर हावी आभासी मुद्रा बिटकॉइन को चुनौती देने वाला है. इसके वर्ष 2020 की पहली छमाही में इसके आरंभ होने की संभावना है. स्मार्टफोन पर लिब्रा का इस्तेमाल करने के लिए यूजर को आभासी वॉलेट पर जाना होगा, जिसका नाम कैलिब्रा दिया जायेगा.

ट्रंप ने आभासी मुद्राओं पर हमला करते हुए कथित अस्पष्ट प्रकृति के लिए उनकी आलोचना की और दलील दी कि लिब्रा का कोई आधार नहीं है और न ही कोई विश्वसनीयता है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें