मुंबई : घरेलू शेयर बाजारों में भारी गिरावट तथा कच्चे तेल के दाम में तेजी से अमेरिकी डॉलर के मुकबले रुपया 12 पैसे टूटकर 68.92 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ. ईरान की ओर से ब्रिटेन के टैंकर को जब्त करने से तेल के दाम में तेजी आयी है. विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, विश्व की प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से भी रुपये की धारणा पर असर पड़ा. इसके अलावा, बाजार प्रतिभागी रिजर्व बैंक के गवर्नर के बयान के बाद केंद्रीय बैंक द्वारा नीतिगत दर समीक्षा में बड़े पैमाने पर नरमी को लेकर बहुत आशान्वित नहीं हैं.
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आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक बयान में कहा कि नीतिगत रुख में बदलाव का संकेत है कि प्रमुख दर में 0.25 फीसदी की गुंजाइश बनती है. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में घरेलू मुद्रा डॉलर के मुकाबले 68.95 पर खुला और एक समय 69.06 तक चला गया. अंत में रुपया पिछले बंद के मुकाबले 12 पैसे टूटकर 68.92 पर बंद हुआ. शुक्रवार को रुपया 68.80 पर बंद हुआ था.
बता दें कि 30 प्रमुख शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 305.88 अंक यानी 0.80 फीसदी की गिरावट के साथ 38,031.13 अंक तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 82.10 अंक यानी 0.72 फीसदी टूटकर 11,337.15 पर बंद हुआ. वहीं, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा का भाव 1.49 फीसदी बढ़कर 63.40 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.
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