फेडरल रिजर्व का रेपो रेट घटाने से शेयर बाजार में हाहाकार, सेंसेक्स में 463 अंकों की भारी गिरावट

मुंबई : अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से बुधवार को ब्याज दरों में 0.25 फीसदी कटौती करने की घोषणा से घरेलू शेयर बाजारों में हाहाकार मच गया. स्टॉक मार्केट में बैंकिंग शेयरों के साथ ही वाहन और धातु कंपनियों के शेयरों में जोरदार बिकवाली की वजह से बीएसई के संवेदी सूचकांक सेंसेक्स […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2019 4:38 PM

मुंबई : अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से बुधवार को ब्याज दरों में 0.25 फीसदी कटौती करने की घोषणा से घरेलू शेयर बाजारों में हाहाकार मच गया. स्टॉक मार्केट में बैंकिंग शेयरों के साथ ही वाहन और धातु कंपनियों के शेयरों में जोरदार बिकवाली की वजह से बीएसई के संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में करीब 462.80 अंकों की गिरावट दर्ज की गयी. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के प्रमुख सूचकांक निफ्टी ने भी करीब 138 अंकों का गोता लगाया.

फेडरल रिजर्व बैंक ने बुधवार को मुख्य ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती करने की घोषणा की है. उसके द्वारा ब्याज दरों में की गयी कटौती बीते एक दशक की सबसे बड़ी कटौती है. हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने यहां के केंद्रीय बैंक की ओर से उठाये गये इस कदम से खुश नजर नहीं आ रहे हैं. इस बीच, घरेलू शेयर बाजारों में कारोबार की समाप्ति पर बीएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 462.80 अंक का गोता लगाकर 37,018.32 तथा नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 138 अंक टूटकर 10,980.00 अंक पर बंद हुआ.

हालांकि, बुधवार को दोपहर बाद कारोबार में सेंसेक्स 713.50 अंक का गोता लगाकर 36,767.62 अंक पर आ गया था. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 222.80 अंक टूटकर 10,889.55 अंक पर चला गया था. दोपहर के कारोबार तक सेंसेक्स के शेयरों में वेदांता को सर्वाधिक 5.81 फीसदी का नुकसान हुआ.

उधर, अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने एक दशक में पहली बार ब्याज दर में कटौती की है. हालांकि, फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल ने कहा कि यह कदम लंबे समय तक ब्याज दर में कटौती की शुरुआत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. इससे वैश्विक बाजारों में नरमी आयी. मुख्य रूप से कच्चे तेल से जुड़े क्षेत्रों के साथ ही सीमेंट उत्पादन में कमी के चलते आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर जून में घटकर 0.2 फीसदी पर आ गयी, जिससे घरेलू बाजार पर गहरा असर दिखायी दिया.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version