मुंबई : कौशल विकास मंत्रालय ने शहर में 300 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक प्रशिक्षण और कौशल विकास केंद्र स्थापित करने के लिए टाटा ट्रस्ट के साथ हाथ मिलाया है. केंद्रीय कौशल विकास मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने समीक्षा बैठक के बाद कहा कि सरकार मध्य मुंबई के सायन में राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान को चार एकड़ जमीन उपलब्ध करायेगी, जबकि टाटा ट्रस्ट 300 करोड़ रुपये के निवेश से बुनियादी ढांचा तैयार करेगा और केंद्र का संचालन करेगा.
इसे भी देखें : झारखंड : कौशल विकास योजना के तहत 20 लाख युवाओं को 2022 तक मिलेगी नौकरी
उन्होंने कहा कि संस्थान में 10,000 छात्रों को प्रशिक्षण देने की क्षमता होगी. हम सितंबर के मध्य में इस परियोजना की आधारशिला रखने की उम्मीद कर रहे हैं. संस्थान पूरी तरह अगले साल परिचालन में आ जायेगा. समीक्षा बैठक में कौशल विकास और उद्यमिता सचिव केपी कृष्णन, टाटा ट्रस्ट के प्रतिनिधियों तथा राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान के अधिकारी शामिल हुए.
उन्होंने कहा कि संस्थान में अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रशिक्षण सुविधा होगी. सिंगापुर और जर्मनी कारखाना स्वचालन, डिजिटिल विनिर्माण, साइबर सुरक्षा, डाटा विश्लेषण, डिजिटल डिजाइन आदि उपलब्ध करा रहे हैं.
मंत्री ने कहा कि हम भविष्य के लिए कार्यबल तैयार करना चाहते हैं, जो बदलती प्रौद्योगिकी तथा डिजिटल माहौल में उपयुक्त हों. उन्होंने कहा कि सरकार इस प्रकार के दो और संस्थान गुजरात के अहमदाबाद और उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्थापित करने की योजना बना रही है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.